उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। इसी बीच उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के क्षेत्र में भाजपा की दुर्गति होती दिखाई दे रही है।
प्रयागराज की कुल 84 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं, जिनमें सबसे ज्यादा 23 सीटों पर समाजवादी पार्टी लीड कर रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी यहां दूसरे नंबर पर है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के क्षेत्र में भाजपा के मात्र 13 उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। हालांकि यहां पर बसपा के लिए भी चिंताजनक स्थिति है क्योंकि पार्टी के मात्र 5 प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। जबकि कांग्रेस और एआईएमआईएम एक 1 सीटों पर आगे है।
ये देखना दिलचस्प है कि इतने दलों के चुनाव लड़ने के बावजूद यहां पर 36 ऐसे प्रत्याशी आगे चल रहे हैं जो या तो निर्दलीय हैं या फिर अन्य दलों के बागी।
दरअसल उत्तर प्रदेश में भीषण महामारी के बीच हुए पंचायत चुनाव के नतीजे बेहद दिलचस्प और चौंकाने वाले आ रहे हैं।
जिस प्रदेश में पिछले कई चुनावों में भाजपा का एकतरफा वर्चस्व रहा है वहां समाजवादी पार्टी उसे कड़ी टक्कर देते हुए दिखाई दे रही है।
मतगणना की 36 घंटे बाद की स्थिति ये है कि 3050 जिला पंचायत सीटों में से 2357 जिला पंचायत सीटों के रुझान आ गए हैं। जिसमें भाजपा 699 सीटों पर आगे है तो समाजवादी पार्टी 686 सीटों पर।
यानी इन दोनों दलों में कांटे की टक्कर चल रही है जबकि बहुजन समाज पार्टी 266 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर और कॉन्ग्रेस 66 सीटों के साथ चौथे नंबर पर चल रही है।
इसमें सबसे ज्यादा दिलचस्प आंकड़ा है अन्य का जो 637 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
दरअसल पंचायत चुनाव को विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी कहा जाता है क्योंकि ये स्थानीय स्तर पर जनता का रुझान दिखाता है।
समाजवादी पार्टी जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी को टक्कर दे रही है उससे इतना तो स्पष्ट है कि अब भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में अपने आप को अजेय नहीं मान सकती।