साल 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है।
जिसके बाद वह भारतीय जनता पार्टी पर तीखे प्रहार कर रहे हैं। सत्ता में भाजपा के सहयोगी रह चुके ओमप्रकाश राजभर द्वारा भाजपा पर दलित, मुसलमान और पिछड़ों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
इस कड़ी में सुभासपा अध्यक्ष समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ मिलकर जनसभाएं भी कर रहे हैं और भाजपा को हराने का दावा भी।
सोशल मीडिया के जरिए सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “भाजपा सरकार नाम बदलने, हिन्दू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद करने में 5 साल बिताने जा रही है। उप्र की जनता अब भाजपाइयों को खदेड़ने का मन बना चुकी है।
उत्तर प्रदेश में बदलाव होगा। शिक्षा, स्वास्थ्य, महगांई, रोजगार, किसान, नौकरी की बात होगी। भाजपा के हिन्दू-मुस्लिम राजनीति से सबको सावधान रहना होगा।
भाजपा सरकार नाम बदलने,हिन्दू-मुस्लिम,मंदिर-मस्जिद करने में 5 साल बिताने जा रही है,उप्र की जनता अब भाजपाइयों को खदेड़ने का मन बना चुकी है ,उत्तर प्रदेश में बदलाव होगा,शिक्षा, स्वास्थ्य,महगांई,रोजगार,किसान,नौकरी की बात होगी,भाजपा के हिन्दू-मुस्लिम राजनीति से सबको सावधान रहना होगा।
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) December 2, 2021
इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर भी हमला बोला है।
उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि भाजपा के पिछड़े लीडर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक, गरीब, किसान,व्यापारी, वंचित वर्गों के हिस्सेदारी के मुद्दे पर मुह नहीं खुलता है।
विधानसभा आमचुनाव के नजदीक आते ही अयोध्या, काशी, मथुरा के नाम पर चुनाव जीतना चाहते है, यह बौखलाहट भाजपा के हार की है।
भाजपा के पिछड़े लोडर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का पिछड़ा,दलित,अल्पसंख्यक,गरीब, किसान,व्यापारी,वंचित वर्गों के हिस्सेदारी के मुद्दे पर मुह नहीं खुलता है,विधानसभा आमचुनाव के नजदीक आते ही अयोध्या,काशी,मथुरा के नाम पर चुनाव जीतना चाहते है,यह बौखलाहट भाजपा के हार की है।
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) December 2, 2021
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में हर जगह इस वक्त समाजवादी पार्टी की लहर देखने को मिल रही है।
कई विपक्षी दलों द्वारा भी यह दावा किया जा रहा है कि अगले साल उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार बनने जा रही है।
अखिलेश यादव और उनके साथ गठबंधन कर चुके नेताओं की जनसभाओं में भी जन सैलाब देखने को मिल रहा है।