सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश पुलिस बेलगाम हो गयी है. कानपुर के अकबरपुर स्थित जिला अस्पताल में प्रदर्शन कर रहे युवक को अपशब्द बोलते हुए पुलिस ने लाठियों से पीटा.
एक ओर योगी आदित्यनाथ की सरकार प्रदेश में नंबर एक शासन व्यवस्था की बात कर रही है. वहीं दूसरी ओर कानपूर में यूपी पुलिस का शर्मनाक चेहरा देखने को मिला.
मामला अकबरपुर थाना के जिला अस्पताल का है जहां कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे थे जिनको पुलिस ने लाठियों से पीटा. वहीं दूसर व्यक्ति जो एक मासूम बच्चे को लिया था, मासूम बच्चे की परवाह किये बिना पुलिस लाठियां भांजती रही. जबकि वह बार-बार कह रहा था कि साहब छोटा बच्चा है इसको लग जायेगी.
वायरल वीडियो में यह साफ़ दिख रहा है कि यूपी पुलिस के सिपाही मासूम बच्चे को जबरजस्ती खींच रहे हैं जिससे बच्चा रो रहा है. पुलिस के इस अमानवीय व्यवहार से वहां उपस्थित लोग यूपी पुलिस पर अत्याचार का आरोप लगाते दिख रहे हैं. जो वीडियो में साफ़ सुना जा सकता है.
कानपुर के अकबरपुर कोतवाली का पूरा वीडियो
प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस वालों ने बेरहमी से पीटा, दरोगा ने कहा- 'मैं तुम्हें हीरो बनाउंगा'
लोग बोले- ये देखिए मोदी राज में क्या हो रहा है, गुंडागर्दी हो रही है#Kanpur pic.twitter.com/17BWnzGdkp
— Bolta Uttar Pradesh (@boltaup) December 9, 2021
जिस व्यक्ति को पुलिस पीटते हुए गाड़ी में बैठाती है उसको पुलिस बार-बार धमकाती नज़र आ रही है. लाठी मारते हुए पुलिसकर्मी का नाम बी.के. मिश्रा बताया जा रहा है. वीडियो में एक पुलिसकर्मी युवक को गाड़ी में बैठाकर धमकाते हुए कह रहा है कि मैं तुमको हीरो बनाऊंगा, हीरो.
वायरल वीडियो के संबंध में बोलता उत्तर प्रदेश के ट्वीट हुए वीडियो पर घनश्याम चौरसिया अपर पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात ने जवाब देते हुए वीडियो में कहा है कि आज जिला अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रजनीश शुक्ला द्वारा 100-150 लोगों के द्वारा अराजकता फैलाते हुए अस्पताल की ओपीडी को बंद कर दिया गया था.
#Kanpurdehatpolice थाना अकबरपुर क्षेत्र के जिला अस्पताल में हुई घटना के सम्बंध में घनश्याम चौरसिया अपर पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात द्वारा दी गई बाईट। pic.twitter.com/uY5X5t4L8D
— Kanpur Dehat Police (@kanpurdehatpol) December 9, 2021
अस्पतालकर्मी ने मरीजों के साथ अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया था. साथ ही पुलिस के समझाने पर वो पुलिसकर्मियों से भी अभद्रता से पेश आये. इस स्थिति में पुलिसकर्मियों द्वारा न्यूनतम बल प्रयोगकर मामला शांत कराया गया.
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