अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में नेताओं के दल बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस बार यूपी में भारतीय जनता पार्टी को कई बड़े झटके मिल रहे हैं।
हाल ही में कई भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। अब इस कड़ी में पश्चिमी यूपी से भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ राजकुमार त्यागी का नाम भी जुड़ गया है।
पूर्व भाजपा नेता डॉ राजकुमार त्यागी ने पार्टी छोड़ने की वजह किसान आंदोलन बताया है। भाजपा का साथ छोड़कर डॉ राजकुमार त्यागी ने अब राष्ट्रीय लोक दल का दामन थाम लिया है।
आज दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी की अगुवाई में डॉ राजकुमार त्यागी ने राष्ट्रीय लोक दल की सदस्यता ग्रहण की है। जिसके बाद उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला है।
उन्होंने कहा है कि वह भाजपा द्वारा दिखाए जा रहे किसान विरोधी रुख से काफी आहत हुए हैं। जो भाजपा अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के दौर में हुआ करती थी। वह अब नहीं रही है।
अब भाजपा के अंदर लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो गया है। सरकार पूंजीपतियों द्वारा चलाई जा रही है। सरकार की नीतियां भी पूंजीपति ही तय कर रहे हैं।
बता दें, डॉ राजकुमार त्यागी पश्चिमी क्षेत्र के 3 बार भाजपा के अध्यक्ष और दो बार एमएलसी रह चुके हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन हो गया है। भाजपा को मात देने के लिए दोनों राजनीतिक दल कई महत्वपूर्ण रणनीतियों पर काम कर रहे हैं।
इन दोनों राजनीतिक दलों ने बीते साल से चल रहे किसान आंदोलन का शुरुआत से ही समर्थन किया है।
खास तौर पर राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर आयोजित कई बार किसान आंदोलन का हिस्सा भी बन चुके हैं।