विडंबना है कि सरकारी खजाने से चलने वाला TV चैनल डीडी किसान सरकारी योजनाओं के बहाने दिन रात मोदी सरकार की भक्ति करने में लगा रहता है
देश में किसानों के आंदोलन पर इतनी बड़ी बहस छिड़ी हुई थी लेकिन डीडी किसान मोदी सरकार की ‘क्रांतिकारी’ और ‘ऐतिहासिक उपलब्धियों का गुणगान करने में
लगा हुआ था .
पिछले एक हफ्ते से हजारों किसान सड़कों पर थे, थकान दर्द और तमाम कष्ट सहकर वह 200 किलोमीटर दूर चलते हुए मुंबई पहुंचे
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उनके पैरों के छाले बताते हैं कि किस पीड़ा को सह कर वो विरोध दर्ज करा रहे हैं। इन सबके बावजूद डीडी किसान ने किसानों की सुध नहीं ली और सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार में ऐसे लगा रहा मानो कि देश का किसान सुख और समृद्धि में ही जी रहा है।
Facebook पर दिलीप खान लिखते हैं –
सरकार का एक चैनल है डीडी किसान। वहां आप जाएंगे तो लगेगा कि देश के किसान सोने के बर्तन में खाते हैं और चांदी के बिस्तर पर सोते हैं। लगेगा ही नहीं कि किसानों में कोई ग़ुस्सा भी है।’
BBC एक कार्टून के जरिए इस सरकारी चैनल की आलोचना करता है-
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कार्टून साभार – बीबीसी न्यूज़ & कीर्तीश