मुश्किल समय में हम भगवान को याद करते हैं और ऐसा करना भी चाहिए। लेकिन अगर भगवान के नाम पर हम लोगों से झूठ बोलें तो यह किसी भी स्तर पर स्वीकार करने योग्य नहीं है। भगवान के नाम पर झूठ बोलने की बात भारतीय जनता पार्टी पर एकदम सटीक बैठती है।
क्योंकि भाजपा ने राम के नाम पर देश के एक बड़े तबके से राम मदिर बनवाने का वादा तो किया, लेकिन कभी उसको बनवा नहीं सकी। हाँ इसका दिखावा बहुत किया गया।
बीजेपी मेघालय में महज 2 सीटें जीतने के बावजूद भी सरकार बना लेती है, लेकिन केंद्र में दो बार सरकार में रहने के बाद भी राम मंदिर नहीं बनवा पाई। इसे महज इत्तेफाक कहें या देश से वोट के नाम पर झूठ बोलना जिसने लोगों को मुगालते में रखा हुआ है।
राम मंदिर अबतक बीजेपी के मेनिफेस्टो में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा रहा है, हर चुनाव में बीजेपी ने राम मंदिर को आगे करके अपनी सरकारें बनाने में कामयाब रही। मंदिर के नाम पर ही 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 280 सीटें मिलीं।
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बीजेपी पर राम मंदिर ना बनवाने को लेकर जोरदार हमला किया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि “सिर्फ़ दो सीट आने के बावजूद सरकार बनाने वाली भाजपा 280 सीट होने पर भी राम मंदिर नहीं बना रही! सत्ता को हासिल करने का काम है राम के नाम पर। चुनाव नज़दीक आते ही भगवान राम याद आते है।
हार्दिक पटेल गुजरात के पाटीदार आन्दोलन से उभरकर राजनीती में एक युवा चेहरा बनकर उभरे हैं, वो लगातार बीजेपी की गलत नीतियों पर हमलावर रहे हैं।
Jhooth ki manufacturing unit hai BJP, inke jhooth par ashcharya kyon? Yeh Sach bolen to ashcharya hoga.
Hardik Patel Mandir nahin banane par comment kar rahe hain, par “Haare ko harinam”. Isliye yeh haarne lagte hain tabhi to Ram mandir yaad karte hain. Ban gaya to sahara kiska lenge!!!