योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश की सत्ता मिले पूरे एक साल हो चुके हैं। इस बीच यूपी की हालत बद से बदतर हो चुकी है। ऐसा नहीं है कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले उत्तर प्रदेश में सबकुछ ठीक था लेकिन योगी के आने के बाद हालत और भी खराब हुई।
यूपी अपराध का गढ़ बन चुका है लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री बड़े-बड़े इवेंट के माध्यम से अपने एक साल की उपलब्धियों को गिनवा रहे हैं। पता नहीं वो कौन सी उपलब्धियां जिसको योगी गिनवा रहे हैं?
क्या गोरखपूर के बीआरडी अस्पताल में सैकड़ों मासूम बच्चों की मौत सीएम योगी की उपलब्धी है? या कल ही 19 मार्च 2017 को 3 घण्टे में 5 हत्याएं उपलब्धी है?
19 मार्च को एक तरफ योगी अपने एक साल की उपल्बधी गिनवा रहे थें और दूसरी इलाहाबाद में तीन घंटे के अंदर 5 मर्डर की घटना को अंजाम दे दिया गया। ये है योगी आदित्यनाथ की एक साल की उपलब्धी! ये है योगी सरकार की कानून व्यवस्था।
इन हत्याओं पर दुख व्यक्त करते हुए छात्र नेत्री रिचा सिंह ने लिखा है कि ‘बेहद दुखद और शर्मनाक, आज इलाहाबाद शहर में 3 घण्टे में 5 हत्याएं हुई। एक तरफ़ प्रदेश सरकार, योगी जी अपने ही कार्यकाल को ‘एक साल बेमिसाल’ बताने में लगे हुए थे वही दूसरी तरफ़ इलाहाबाद में गुंडाराज हावी था। एक साल उत्तर प्रदेश बेहाल।’
बता दें कि इलाहाबाद के करेली में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई, वहीँ नवाबगंज इलाके में दो सगे भाईयों की निर्मम हत्या कर दी गई।