एक तरफ सरकार आधार की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है। वहीं आधार व्यवस्था में लगातार खामियां बढ़ती जा रही हैं। बिज़नस स्टैण्डर्ड की एक खबर के अनुसार कई लोगों ने बिना आधार के अपना इनकम टैक्स फाइल कर दिया यानी भर दिया है।
पिछले साल जुलाई में ही सरकार ने इनकम टैक्स भरने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया था। सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ़ डायरेक्ट टैक्सेज़ (सीबीडीटी) ने एक सर्कुलर जारी कर कहा था कि कोई भी व्यक्ति बिना आधार के अपना इनकम टैक्स नहीं भर सकता है।
उसके बावजूद कई लोग बिना आधार कार्ड के अपना इनकम टैक्स भर रहे हैं। ऐसे लोग आधार कार्ड के 12 अंको वाले आधार नंबर की जगह 12 बार 0s और 1s लिखकर आसानी से काम को अंजाम दे रहे हैं।
दार्जिलिंग के शिरिसेंदु कर्माकर जो पेशे से एक इंजिनियर हैं बताते हैं कि मेरे पास आधार कार्ड नहीं है लेकिन मैं अपना इनकम टैक्स भर देता हूँ। उन्होंने बताया कि आधार कार्ड अनिवार्य होने के बाद मैं इनकम टैक्स नहीं भर पा रहा था। लेकिन मैंने कुछ ही समय में 1s नंबर का तरीका ढूंढ लिया। शिरिसेंदु ने सितम्बर में ही अपना इनकम टैक्स भरा है।
राष्ट्रीय विज्ञान विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने बताया कि मेरे पास आधार नहीं है। न ही मैंने आधार के लिए आवेदन किया है। मुझे टैक्स भरने के लिए आधार की ज़रूरत नहीं पड़ती है।
बता दें, कि इससे पहले भी आधार व्यवस्था में सेंध लगने की कई खबरें आ चुकी हैं। ‘द ट्रिब्यून’ अखबार ने भी अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि 500 रुपये में आधार से जुड़ी जानकारियां बेंची जा रही हैं। इसके आलावा गुजरात के सूरत में कुछ राशन की दूकान मालिकों ने भी इस व्यवस्था में सेंध लगा दी थी। वो लाभार्थियों के आधार कार्ड के बिना उनके हिस्से का राशन चोरी कर रहे थे। जबकि सरकार के मुताबिक बिना आधार के राशन नहीं मिलेगा।