आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने अपने एक ट्वीट के माध्यम से आरएसएस दलित विरोधी होने की बात कही है। आशुतोष ने लिखा है कि ”कल मैंने संघ के एक नेता से पूछा। 1967 में गऊ आंदोलन किया। 1990 में राममंदिर आंदोलन किया।
दलितों के साथ छुआछूत मिटाने के लिये आंदोलन क्यों नहीं किया? कोई जवाब नहीं। फिर पूछा छुआछूत के ख़िलाफ़ कभी सड़क पर उतरे कोई जवाब नहीं। संघ की विचारधारा अपने मूल में दलित विरोधी है।”
बता दें कि SC/SC एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए बदलाव के विरोध में दलित संगठनों द्वारा 2 अप्रैल को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया गया। भारत बंद के दौरान लाखों की संख्या में दलित समाज के लोग सड़कों पर उतरे। कई राज्यों में हिंसा की घटनाएं भी हुई, 11 लोगों की मौत भी हुई।
मीडिया की सुर्खियां बनी ‘दलितों ने किया हिंसा’ लेकिन रिपोर्ट बताते हैं कि मरने वाले 11 लोगों में से 10 दलित समुदाय से ही थे, क्या कोई दलित अपने ही आंदोलन में अपने ही साथी को मार सकता है?
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आंदोलनकारियों पर गोली चलाते जो शख्स पकड़ा गया, उसका नाम राजा चौहान है, वो दलित नहीं सवर्ण है और तामाम हिंदूवादी संगठनों से जुड़ा हुआ है।