आगरा में 8 साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार करने वाला आरोपी RSS-BJP की छात्र शाखा एबीवीपी का सदस्य पाया गया है।
आगरा के सेंट जॉन्स चौराहे पर दुकान के बाहर दादी के साथ फुटपाथ पर सो रही बच्ची को उठाकर ले जाने वाले शख्स की पहचान सीसीटीवी कैमरे के जरिए की गई। इस शर्मनाक घटना को अंजाम देने वाला आरोपी विधि का छात्र है।
CCTV में दिख रहा है कि वह बच्ची को गोद में उठाया और पैदल ही वैश्य हॉस्टल के ग्राउंड की तरफ ले गया।
पुलिस के मुताबिक, बच्ची का परिवार मंदिर के बाहर फुटपाथ पर ही रहता है और वहां से आरोपी ने बच्ची को उठाया और घटना को अंजाम दिया। जब इसकी जानकारी बच्ची के परिवारवालों को दी गई तो वह दंग रह गए, बच्ची के पिता चीख चीख कर रोने लगे और और दादी बेहोश होकर सड़क पर गिर गई।
स्थानीय अखबारों में छपी खबर के मुताबिक, CCTV से पहचाना गया शख्स हरीश ठाकुर है, उसकी Facebook प्रोफाइल पड़ताल करने पर पता चला कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी एबीवीपी का सदस्य है।
अब सवाल उठने लगा है कि एक तरफ पीएम मोदी ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देते हैं’ दूसरी तरफ उन्हीं के समर्थकों में ऐसी हैवानियत है कि बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।
इस मामले पर सपा प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ट्वीट करते हुए लिखती हैं- भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य को 8 साल की बच्ची के बलात्कार के मामले में गिरफ्तार किया गया है, ये लोग हमेशा दंगा, गुंडागर्दी, हिंसा, मोरल पुलिसिंग और जासूसी जैसे मामलों में क्यों पाए जाते हैं? एक सभ्य समाज के लिए वांछित व्यवहार के विपरीत ये सारी हदें क्यों पार कर जाते हैं।