त्रिपुरा में भाजपा कार्यकर्ताओं की हिंसा का चौतरफा विरोध हो रहा है। खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी निंदा की है।
प्रधानमंत्री हिंसा की निंदा कर रहे हैं लेकिन सारे भाजपा प्रवक्ता टीवी पर बैठकर रूसी नायक लेनिन की मूर्ति भारत में लगे होने पर बहस कर रहे हैं।
लेनिन रूसी क्रांति के नायक थे। जिनसे खुद शहीद ए आज़म भगत सिंह प्रेरणा लिया करते थे। त्रिपुरा सहित कई राज्यों में उनकी मूर्ति लगी है।
लेकिन भाजपा प्रवक्ताओं का कहना है कि, वह विदेशी व्यक्ति की मूर्ति क्यों लगाएं ?
काल्किपीठ के आचार्य प्रमोदकृष्णन ने आलोचना करते हुए कहा कि, तालिबान ने जो काम “अफ़ग़ानिस्तान” में किया, वही काम तुमने “हिंदुस्तान” में कर दिया, हे मूर्ति भँजकों “विध्वंस” करना छोड़ो और “सृजन” करना सीखो।
इसके अलावा कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों ने भी इसे तोड़ने की राजनीति करार दिया है।