योगी आदित्यनाथ सरकार ने संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर का नाम बदलने का सरकारी फरमान सुनाया है। सरकार ने यूपी के सभी विभागों को जरूरी बदलावों के निर्दश भी दे दिए हैं, जिसके बाद आधिकारिक रूप से बाबा साहब का नाम बदलकर डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर हो जाएगा। अंबेडकर नाम बदलने को लेकर अब सियासत शुरू हो गई है।

कल्किपीठ के आचार्य प्रमोद कृष्णन ने अंबेडकर के नाम बदले जाने को लेकर सीएम योगी पर चुटकी ली है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखते हुए कहा कि “गोरखपुर की ‘हार”’ का ‘झटका’ इतना ख़तरनाक है, की ‘अम्बेडकर’ में भी ‘राम’ नज़र आने लगा।”

गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव हारने के बाद विधानसभा में योगी ने बोलते हुए कहा था कि उनकी सरकार दलित और पिछड़ों को आरक्षण देने पर विचार कर रही है।

भाजपा गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव हारने के बाद आगामी 2019 लोकसभा चुनाव में दलितों- पिछड़ों को लुभाने की जुगत में है। भाजपा की तरफ से इस तरह का बयान आना सपा-बसपा के साथ आने से उसकी रणनीति को भी दर्शाता है।

संविधान निर्माता अंबेडकर के नाम के आगे रामजी लगाना अगड़ी जातियों को भी हो सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here