उत्तर प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में बीजेपी ने बसपा उम्मीदवार भीम राव अम्बेडकर को हरा दिया। जिसके बाद उनके नाम को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब लिखा।

जिस तरह से आखिर के वक़्त में बीजेपी ने अपना नौवा उम्मीदवार उतरकर अपनी ताकत दिखाते हुए जीत हासिल की उसे कहा जाने लगा की बीजेपी और सीएम योगी ने गोरखपुर और फूलपुर के उपचुनाव में मिली करारी हार बदला ले लिया।

इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता आचार्य प्रमोद ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि राज्य सभा प्रत्याशी भीम राव “अम्बेडकर” को हराने के लिये, बीजेपी ने छल, फ़रेब और बेईमानी की सारी हदें पार कर दीं। बाबा साहब के “नाम” से इतनी नफ़रत।


गौरतलब है कि बीजेपी ने चर्चित बिजनसमैन और गाजियाबाद-मेरठ में प्रोफेशनल इंस्टिट्यूट चेन के मालिक अनिल अग्रवाल को आखिरी वक़्त में चुनाव में उतारकर जिस तरह से 9वी सीट के लिए अपना उम्मीदवार जब सामने रखा और जिस नाटकीय दंग से जीत हासिल की गई उसे देख साफ़ लग रहा था की बीजेपी उपचुनावों में मिली हार का हिसाब सीधे बसपा सुप्रीमो मायवती से ही बराबर किया है।

बता दें कि 8 उम्मीदवारों के लिए पर्याप्त वोटों के बाद भी 28 वोट बच रहे थे, ऐसे में विपक्ष को चुनौती देने के लिए भाजपा ने अनिल अग्रवाल के रूप में नया दांव खेल दिया।

सपा, बसपा, राष्ट्रीय लोक दल और कांग्रेस के समर्थन से राज्यसभा जाने की सोच रहे बसपा उम्मीदवार भीमराव आंबेडकर के लिए यह राह कठिन कर दी और उन्हें अंत में हार का सामना करना पड़ा।

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