उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। वही इन उपचुनावों में अखिलेश यादव को मिला जनता का समर्थन से लोगों ने उनके नेता होने पर फिर मुहर लगाई है।
ऐसा कहना जल्दबाज़ी थी क्या अखिलेश यादव का राजनैतिक भविष्य पर सवाल उठने लगे थे। क्या अखिलेश यादव फिर से राजनीति की ज़मीन पर उठ पायेंगें।
इसपर सामजिक कार्यकर्ता आचार्य प्रमोद ने लिखा कि अखिलेश यादव ने अपना “दिल” बड़ा किया तो जनता ने उनका “क़द” बड़ा कर दिया। ऐसा कहना इसलिए भी सही है क्योकिं विधानसभा चुनाव के वक़्त अखिलेश यादव ने जिस तरह से हार का सामना किया था उसके बाद भी वो जिस भी मंच पर पहुंचे वहां अपने कामों को ही गिनाया।
शायद यही वजह थी प्रदेश की जनता ने उनकी पार्टी के उम्मीदवार को भारी मत दिए है। जिस तरह के शुरूआती रुझान सामने आये उसे देख लगता तो यही है।
बता दे कि गोरखपुर उपचुनाव के 25वें राउंड की गिनती के बाद सपा के प्रवीण निषाद को 3,77,146 वोट मिले हैं। बीजेपी के उपेन्द्र दत्त शुक्ला को 3,54,192 वोट मिले हैं। प्रवीण निषाद को 22,954 वोटों की बढ़त है।
वही अगर फूलपुर की बात करें तो वहां 28वें राउंड में भी सपा आगे। नागेन्द्र सिंह पटेल को 3,05,172 वोट मिले। बीजेपी प्रत्याशी कौशलेन्द्र सिंह पटेल को 2,57,821 वोट मिले। सपा के नागेन्द्र 47,351 वोट से आगे चल रहे हैं।