गुजरात में आदिवासियों के हक अधिकार के संघर्ष के लिए जाने जाने वाले विधायक छोटू भाई बसावा ने ट्वीटर पर एक वीडियो जारी किया है। जिसमें एक लाश को ऑटो की छत पर बांध कर ले जाया जा रहा है।
इस पर छोटू भाई ने कहा है कि ऑटो की छत पर जो जा रही है, वो लाश नहीं है बल्कि आपका लोकतंत्र है।
मोदी भक्तों पर प्रहार करते हुए छोटू भाई ने कहा कि ऐसी चीजों को देखकर भी आप कहेंगे कि आएगा तो मोदी ही या फिर मोदी है तो मुमकिन है क्योंकि आप भी मोदी से कम जाहिल नहीं हैं।
शव को ऑटो की छत पर बांधकर ले जाया जा रहा है लेकिन यह शव नही आपका लोकतंत्र है!
फिर भी आप कहेंगे- आएगा तो मोदी ही या मोदी है तो मुमकिन है।
क्योंकि
आप भी मोदी से कम जाहिल नहीं है!
आप चाहते हैं कि तथाकथित फर्जी मुख्यधारा में पितृसत्ता की तरह
देश में भी एक दल का एकाधिकार रहे। pic.twitter.com/tbpZ12T67k— Chhotubhai Vasava (@Chhotu_Vasava) April 21, 2021
मालूम हो कि ये वीडियो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की है। जहां बीएचयू के सर सुंदर लाल अस्पताल से निकल कर एक लाश ऑटो से श्मशान घाट तक जा रही है।
विधायक छोटू भाई ने आगे लिखा है कि आप चाहते हैं कि तथाकथित फर्जी मुख्यधारा में पितृसत्ता की तरह देश में भी एक दल का एकाधिकार रहे। छोटू भाई ने पीएम मोदी और उनके गुजरात मॉडल की धज्जियां उड़ाते हुए उन्हें फर्जी तक कहा।
उन्होंने बिना नाम लिए पीएम मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रधान सेवक ने ही आपदा को अवसर में बदलने का ऐलान किया हुआ है।
उनकी पार्टी की सरकार आपदा को अवसर में बदलने में जुटी हुई है। जिसको जहां मौका दिखाई दे रहा है, वो वहीं पर पैसे बंटोर रहा है।
चाहे दाह संस्कार हो, ऑक्सीजन हो, वैक्सीन हो और किसी को कोई शिकायत भी नही है। शिकायत भी क्यों हो किसी को, मानवता की कब्र पर ही पूंजीवाद की इमारत खड़ी होती है।
मालूम हो कि जिस प्रकार से कोरोना की दूसरी लहर में देश के लिए घातक साबित होती जा रही है। मरीजों के साथ साथ मृतकों की संख्या में भी जबर्दस्त बढ़ोतरी होती जा रही है, वैसे में देश के हर हिस्से से हृदय विदारक दृश्य दिखाई दे रहे हैं।
ऑटो पर लाश ढोए जाने का यह वीडिया किसी एक इलाके की नहीं है बल्कि पूरे देश में ऐसे ही दृश्य दिखाई दे रहे है।
विधायक छोटू भाई ने कहा कि सिर्फ ऑटो पर ही नहीं बल्कि स्कूल वैन तक में लाश जा रहे हैं। आम आदमी जिंदा था तब भी लाइन में था। अस्पताल में ऑक्सीजन के लिए लाइन में और मरने के बाद श्मशान की लाइन में।