प्रश्न पत्र लीक होने के कारण UPTET की परीक्षा को रद्ध कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परीक्षा से पहले ही गाजियाबाद, मथुरा और बुलंदशहर में पेपर व्हाट्सएप पर वायरल हो गया था। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आनन-फानन में परीक्षा को रद्ध किया।
फिलहाल अभ्यर्थियों में खलबली मची है। परीक्षा केंद्रों के बाहर भीड़ को नियंत्रण करने के लिए फोर्स तैनात करना पड़ा है। कई जगहों से हंगामे की भी खबरें आ रही हैं। यह परीक्षा प्रदेश में 736 केंद्रो पर आयोजित किया जा रहा था। इसमें भाग लेने वाले उम्मीदवारों की कुल सख्या 19,99,418 थी।
आश्चर्य की बात ये है कि UPTET में पहली बार लाइव सीसीटीवी सर्विलांस की व्यवस्था की गई थी। इसका मकसद हर हाल में परीक्षा को नकल मुक्त बनाना था। हालांकि परीक्षा से पहले ही सरकार के तमाम दावों की धज्जियां उड़ गई।
योगी सरकार की इस असफलता पर निशाना साधते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लिखा है, ”UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोज़गार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है। उप्र शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है। बेरोज़गारों का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा!”
बता दें कि, अभ्यार्थियों की नाराजगी को देखते हुए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा बोर्ड ने एक महीने के बाद फिर से परीक्षा आयोजित करने की बात कही है। उस परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को फिर से कोई शुल्क नहीं देना होगा।
सरकार ने मामले की जांच का जिम्मा एसटीएफ को सौंपा। अब तक एक दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है।