रिटायर्ड आईएएस व अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन से दिल्ली पुलिस ने बुधवार को लंबी पूछताछ की थी। ये पूछताछ मुख्य सचिव के साथ हुए कथित मारपीट मामले में की गई थी। बुधवार दिल्ली पुलिस ने जब जैन से पूछा कि देर रात क्यों बैठक बुलाई गई थी?
इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मीटिंग बुलाने का आदेश सीएम ने दिया था। जैन से जब यह पूछा गया कि जब कमरे में यह घटना हुई तब आपने क्या देखा? इस पर जैन ने कहा कि उस समय वह टॉयलेट चले गए थे और जब वह लौटकर आए तब माहौल शांत हो चुका था।
मतलब बुधवार रात तक वीके जैन की तरफ से इस बात की पुष्टी नहीं की गई थी कि अरविंद केजरीवाल के घर मारपीट हुई थी, या नहीं।
जैसा की आम आदमी पार्टी को पहले से आशंका थी, दिल्ली पुलिस ने गुरूवार को वीके जैन को दूबारा पूछताछ के लिए बुलाया। और इस पूछताछ के दौरान दिल्ली पुलिस वीके जैन से ये बात कबूल करवाने में सफल रही कि अरविंद केजरीवाल के घर मारपीट हुई थी।
वीके जैन अपने बुधवार के बयान से पलट चुके हैं। ‘आप’ नेताओं का दावा है कि दिल्ली पुलिस ने बीजेपी के लिए वीके जैन पर बयान बदलने का दबाव बनाया है।
‘आप’ विधायक अल्का लांबा ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया है कि ‘पूर्व अधिकारी VK जैन के कल के और आज के बयान में अंतर क्यों? कल कहा गया कि मारपीट नहीं हुई, आज जब दुबारा पुलिस ने दबाव बनाया तो कहलवाया गया की मार पीट हुई थी..
जजों/अधिकारियों/पुलिस का इस्तेमाल करना, बात ना मानने पर जान से मरवाना BJP को बखूबी आता है। #JusticeLoya याद है?’
अलका लांबा का दावा है कि बीजेपी अपने सपोर्ट में बयान दिलवाने के लिए कुछ भी कर सकती है, हत्या भी। अलका ने अपने ट्वीट में जज लोया की संदिग्ध मौत का भी जिक्र किया है।
अलका का इशारा किस तरफ था ये तो उन्हें ही पता होगा। लेकिन बता दें कि जज लोया मौत से पहले एक ऐसे केस की सुनवाई कर रह थें जिसमें अमित शाह आरोपी थें।
पिछले दिनों जज लोया की संदिग्ध मौत का मामला भी मीडिया में छाया रहा। इस मामले में अमित शाह का नाम भी लिया जाता रहा है।