स्टिंग ऑपरेशन के लिए जाने-जानी वाली कोबरा पोस्ट ने इस बार कई मीडिया संस्थानों की पोल खोल दी है। कोबरा पोस्ट ‘ऑपरेशन 136’ के नाम से एक ऑपरेशन चलाया। इस दौरान पता चला कि कैसे मीडिया संस्थान पैसा लेकर हिंदुत्व के एजेंडे को चला रहे हैं, और कैसे इसका फायदा खास राजनीतिक पार्टी को पहुंचाया जा रहा है।

अपने इस ऑपरेशन के दौरान कोबरा पोस्ट ने अंग्रेजी अखबार डीएनए, अमर उजाला, हिंदी खबर, पंजाब केसरी, समाचार प्लस समेत कई चैनलों  का खुलासा किया है।

कोबरा पोस्ट के रिपोर्टर पुष्प शर्मा श्रीमद् भगवद गीता समिति के प्रचारक बनकर गोदी मीडिया का खुलासा किया है। अमर उजाला के देशभर में 19 एडिशन निकलते हैं, वेब और सोशल मीडिया पर अमर उजाला की अच्छी पहुंच है। पढ़िए करोड़ो लोगों को प्रभावित करने वाले मीडिया संस्थान अमर उजाला की करतूत…

वरिष्ठ पत्रकार पुष्प शर्मा ने मुलाकात की अमर उजाला नोएडा के DGM Media Solution अनुज त्यागी से। पुष्प शर्मा ने अपने हिंदुत्व के एजेंडा, राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को डराने और मोहन भागवत के प्रमोशन की बात की। इसपर अनुज त्यागी ने कहा ‘हां आपका मीडिया प्रमोशन हो जाएगा। वीडियो बना लीजिए, तीन-चार मिनट का वीडियो लाइव हो जाएगा।’

रिपोर्टर- मेरा फर्स्ट एजेंडा हिंदुत्व का रहेगा, दूसरा एजेंडा होगा हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को डराने का। रेडियो जिंगल्स में हमारे पास लिबर्टी होती है क्योंकि वहां RJ मजाक-मजाक में हमारी बातों एक्सप्लेन कर देता है, जैसे पप्पू वर्ड बोल दिया और कांग्रेस का काम हो गया। लेकिन प्रिंट में ये काम हम लोग कैसे कर सकते हैं? हमारा तीसरा एजेंडा होगा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रमोशन का। क्या ऑनलाइन जो भी पब्लिसिटी होती है वो पेड होती है?

अनुज त्यागी- सारा पेड है…

रिपोर्टर- पेड है लेकिन वो इतना प्रभावशाली नहीं होगा जितनी प्रिंट के जरीए होगा

अनुज त्यागी – हां

रिपोर्टर- ठीक है तो अभी श्री मोहन जी भागवत भाई साहब का एक ही बार दशहरे के टाइम पर प्रसारण होता है, जो उनका प्रवचण भाषण होता है। तो हमारी रिक्वेस्ट है साल में ये काम 8 से 10 बार होना चाहीए। हिंदुओं का नया साल आता है मार्च में तो उस समय उनका ज्यादा शुरू हो जाएगा, तो हमे वो डिजिटल में भी चाहिए। प्रिंट में तो न्यूज के रूप में आ सकता है लेकिन हम उसका डिजिटल प्रमोशन भी चाहते हैं।

अनुज त्यागी- हां, वो आपका वीडियो प्रमोशन हो जाएगा। वीडियो बना लीजिए 3, 4 मिनट का वो वीडियो लाइव हो जाएगा। प्रिंट में हम Advt लिखकर छाप देंगे।

रिपोर्टर- डिजिटल में भी हो जाएगा?

अनुज त्यागी- हां हां

पुष्प की अगली मुलाकात हिमाचल के उना स्थित अमर उजाला के दफ्तर में नवजीत कुमार से हुई, जो वहां मार्केटिंग ऑफिसर हैं। पुष्प ने नवजीत से हिंदुत्व के एजेंडा, पोलराइजेशन, पोलिटिकल सटायर, फायर ब्रांड हिंदू नेताओं के प्रमोशन की बात की। पुष्प की बातों पर नवजीत ने कोई आपत्ति नहीं जतायी। एंटी बीजेपी की स्टोरी को ड्राई डाउन करने की बात पर नवजीत ने कहा ‘ये ज्यादा अच्छा रहेगा’

रिपोर्टर- हम बहुत कमजोर हैं पंजाब के अंदर तो हम चाहते हैं कि एक महौल को क्रिएट किया जाए ताकि 19 का जो मोदी जी वाला इलेक्शन है उसमे हिंदुत्व का एजेंडा आगे बढ़ सके। तो अधिकांश श्रीमद् भगवद गीता, भगवान श्री कृष्ण और गीता से श्लोक लेकर के उस माहौल को बनाना है

नवजीत कुमार- अच्छा

रिपोर्टर- धीरे-धीरे हम तीन चार महीने के बाद हम उसको राजनीतिक रंग देना शुरू करेंगे।

नवजीत कुमार- वैसा हो जाएगा…

रिपोर्टर- तो जनता को पहले तो श्रीमद् भगवद गीता और हम कौन हैं, हमसे एक जुड़ाव हो जाएगा।

नवजीत कुमार- बताएंगे उनको

रिपोर्टर- तो श्रीमद् भगवद गीता प्रचार समिती जो है वही विज्ञापन रिलीज कर रही है।

नवजीत कुमार- जी धार्मिक पॉलिटिकल कह सकते हैं।

रिपोर्टर- सेमी पॉलिटिकल

नवजीत कुमार- हां सेमी पॉलिटिकल

रिपोर्टर- बाहर से कवर रहेगा श्रीमद् भगवद गीता का और श्री कृष्ण का और धीरे धीरे जो उनके संदेश हैं, जो समाज हित में हो उसे आगे बढ़ाते जाएंगे। फिर जैसे-जैसे इलेक्शन करीब आता जाएगा, तीन महीने तक पूरा धार्मिक रखा फिर हिंदुत्व को धीरे धीरे आगे बढ़ाकर पॉलिटिकल कवर कर देंगे। किसी को ये नहीं लगेगा की ये बीजेपी के सपोर्टर हैं ये लगेगा कि हां राजनीतिक जन चेतना चला रहे हैं। तो आप मेरा जो एजेंडा है वो थोड़ा सा…. मेरी जो जरूरत है वो आप प्वॉइंट में नोट कर लीजिए

नवजीत कुमार- जी

रिपोर्टर- एक तो हिंदुत्व का एजेंडा रहेगा, ताकि सही समय पर हम वोट पोलराइज कर सके

नवजीत कुमार- जी

रिपोर्टर- अभी चुनाव में टाइम है, अगर हम एक-डेढ़ साल तक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पप्पु वगैरा बजाते रहेंगे तो महौल बना रहेगा।

नवजीत कुमार- अब इन सब शब्दों को किस तरह से उपयोग होता है, कैसे करना चाहते हैं जैसे पप्पु हो गया या बहन जी हो गया…कर लेते हैं…

रिपोर्टर- मान लीजिए कभी कोई बहुत बड़ा मामला हो गया, जैसे अमित शाह के लड़के का मामला हुआ, जय शाह वाली स्टोरी हुई थी।..तो ऐसा कोई मामला हो तो उसे डाइवर्ट करने के लिए या अंदर की तरफ चला जाए या जैकेट लग जाए।

नवजीत कुमार- हां जैकेट लगा सकते हैं, ये ज्यादा अच्छा है। आप भी थोड़ा नजर रखे उस दिन, हम भी नजर रखेंगे।

इस पूरी डील के लिए अमर उजाला के नवजीत कुमार आधा रकम कैस में लेने को तैयार हो गए। बकौल नवजीत, हम पेमेंट कैस में भी ले लेंगे, पहले डील तो करें आप।

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