भारत में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति कैसी है। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि मरीजों को अस्पताल पहुंचाने वाली एंबुलेंस को नेताओं के दौरे के लिए ट्रैफिक में इंतजार करना पड़ता है।

खबर के मुताबिक, देश के गृहमंत्री अमित शाह कल उत्तर प्रदेश के दौरे पर पहुंचे हुए थे। जिसके लिए पूरे प्रदेश में बढ़ चढ़कर तैयारियां हुई।

इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद क्षेत्र वाराणसी भी गए। अमित शाह के दौरे के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आई है।

जिसमें देखा जा सकता है कि गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काशी आगमन के दौरान एक एंबुलेंस ट्रैफिक में काफी वक्त तक रुकी रही।

एंबुलेंस को फंसा देख पूर्व कांग्रेस विधायक अजय राय ने आगे आकर ट्रैफिक को निकाला और एंबुलेंस के निकलने का रास्ता बनाया। उनकी मदद से एंबुलेंस वहां से निकल पाई।

भाजपा की शर्मनाक हरकत से साफ जाहिर होता है कि अपने चुनावी फायदे के लिए पार्टी ने कभी भी जनता की परवाह नहीं की है।

माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की खराब हुई छवि सुधारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह राज्य के लगातार दौरे कर रहे हैं।

दरअसल कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान योगी सरकार के शासनकाल में लोगों की तबाही का मंजर देखने को मिला था।

दरअसल उत्तर प्रदेश की राजनीति में पूर्वांचल हमेशा से ही भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा है। इसीलिए साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा अब पूर्वांचल में अपनी पैठ बनाने में जुट गई है।

मिर्जापुर में गृहमंत्री अमित शाह ने मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर परियोजना का शिलान्यास और रोपवे सहित अन्‍य विकास योजनाओं का लोकार्पण किया है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद थी।

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