त्रिपुरा में कल लेनिन की एक मूर्ति तोड़े जाने के 24 घंटे बाद अगरतला में एक और घटना की खबर आ रही है।

न्यूज़ 18 की खबर के मुताबिक, आज अगरतला में लेनिन की एक और मूर्ति को तोड़ दी गई।

त्रिपुरा में भाजपा के विजय के अभी 4 दिन ही हुए हैं, तब से सैकड़ों हिंसक वारदात हो चुकी है। जहां सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं और दफ्तरों पर जगह-जगह हमला किया गया है, अब वामपंथी दार्शनिक और रूस की क्रांति के नायक लेनिन की मूर्तियों को तोड़ने का दौर शुरू हो गया है। साथ ही भाजपा नेताओं और प्रवक्ताओं ने इसे बेशर्मी से सही ठहराना शुरू कर दिया है।

इसी मुद्दे पर डिबेट कर रहे न्यूज़ 18 के सुमित अवस्थी के सवाल पर संबित पात्रा ने लेनिन की मूर्ति को तोड़े जाने को सही ठहराया। साथ ही अधूरी जानकारी के साथ मनगढ़ंत इतिहास बताते हुए कहा कि लेनिन अत्याचारी था।

संबित पात्रा को साथ मिला संघ विचारक राकेश सिन्हा का, जिन्होंने ऐसे तर्क दिए कि लेनिन और स्टालिन में फर्क करना मुश्किल हो गया।

भाजपा कार्यकर्ता दिन भर हिंसक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, जगह-जगह मूर्तियां तोड़ रहे हैं और भाजपा नेता और प्रवक्ता शाम को टीवी स्टूडियो में बैठकर उनकी इन हिंसक वारदातों को सही ठहरा रहे हैं।

यह हिंसा की राजनीति की ही देन है कि चुनाव परिणाम आए अभी 4 दिन ही हुए हैं लेकिन त्रिपुरा में धारा 144 लगा दी गई है।

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