बीजेपी जिस राज्य के माध्यम से रामराज्य लाने का दावा कर रही है वो अपराध का गढ़ बनता जा रहा है। योगीराज में उत्तर प्रदेश में फर्जी एन्काउंटर तो खूब हो रहे हैं लेकिन अपराध पर लगाम नहीं लग पा रहा। इसका एक कारण ये भी हो सकता है कि मुख्य अपराधियों को कानून का शह प्राप्त हो।

19 साल की दलित लड़की को जिंदा जलाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश से एक और दर्दनाक खबर आ रही है। यूपी के मेरठ में एक 10 साल के बच्चे के साथ दुष्कर्म किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी संस्कृति बचाने के नाम पर गुंडई करने वाले संगठन यानी बजरंग दल का बड़ा नेता है। इतना ही नहीं बच्चे के साथ दुष्कर्म भी बजरंग दल के दफ्तर में किया गया है।

स्थानीय मीडिया का कहना है कि, घटना मंगलवार को सूरजकुंड इलाके में हुई। परिजनों का कहना है कि आरोपी घर के बाहर से बच्चे को बहला-फुसला कर अपने साथ बजरंग दल के दफ्तर में ले गया और घटना को अंजाम दिया। आरोपी बजरंग दल का संगठन मंत्री है।

पीड़ित बच्चा कक्षा 4 में पढ़ता है। घरवालों का कहना है कि आरोपी ने कुकर्म करने के बाद बच्चे को धमकी दी कि अगर वह यह बात किसी को बताएगा तो वह उसे मार डालेगा। लेकिन बुधवार को मानसिक और शारीरिक तकलीफ के कारण बच्चे ने डरते-डरते पूरी घटना बता दी।

इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनिल यादव ने ट्वीट किया है कि, ‘मेरठ में बजरंग दल के बड़े नेता ने कार्यालय में 10 साल के मासूम के साथ दुष्कर्म किया। बेटियों के बाद अब बच्चे भी सुरक्षित नही है इन पाखण्डियों से।’

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