बिहार में बढ़ती सांप्रदायिकता पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी है। नीतीश ने इशारों इशारों में सही मगर बीजेपी को धमकी दे दी है।

सीएम नीतीश ने कहा कि बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी की मौजूदगी में साफ किया है कि वो भ्रष्टाचार और साम्प्रदायिकता दोनों नहीं बर्दाश्त करेंगे। उन्होंने आगे ये भी कहा कि  कानून  का राज कायम रहे इससे कोई समझौता नहीं किया।

नीतीश कुमार जब ये कह रहे थे तो उस वक़्त कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद थे। जिसपर ये भी कहा जाने लगा की नीतीश कुमार अपनी छवि को लेकर बेहद गंभीर रहते है।

नीतीश कुमार ने आगे कहा कि समाज में हर तरह के लोग होते हैं जो तनाव पैदा करना चाहते हैं, लेकिन हम लोग इसके लिए कटिबद्ध हैं कि समाज में शांति रहे, सद्भावना रहे, प्रेम का वातावरण रहे और इसके लिए जो सामने आता है, बचता नहीं, अंदर जाता है।

उन्होंने बीजेपी को साफ़ संदेश दिया की उन्होंने किसी चीज से कोई समझौता नहीं किया है। न भ्रष्टाचार से समझौता किया और न उसे बर्दास्त कर सकते हैं। साम्प्रदायिकता को लेकर नीतीश ने कहा कि कोई क्राइम को बढ़ावा देना चाहे तो उसे बर्दास्त नहीं करेंगे।

बिहार में फैले तनाव के कारण ही नीतीश कुमार की छवि पर काफी असर पड़ा है। राजद नेता तेजस्वी यादव और समूचा विपक्ष उन्हें अब एक कठपुतली तक कहने लगा था।

जिसके बाद उन्होंने अपना कड़ा तेवर दिखाते हुए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को इससे पहले भी संदेश भेजवा दिया था कि सरकार चलाने की मजबूरी के कारण फिलहाल वे साम्प्रदायिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे।

बता दे कि बिहार में रामनवमी के बाद से जिस तरह से सम्प्रदायिक तनाव को घटनाओं के बाद नीतीश कुमार की जमकर आलोचना हो रही थी। जिस तरह से बीजेपी नेता अश्विनी चौबे के नाम वार्रेंट निकलना फिर काफी ड्रामेबाजी के उनकी गिरफ़्तारी के बाद भी नीतीश सरकार पर काफी सवाल उठे थे।

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