ड्राइंग रूम में बैठ अगर आपका कांग्रेस और लेफ्ट को ज्ञान देने का काम खत्म हो गया हो तो थोड़ा आराम कीजिये अब। 25 साल सरकार चलाई है। जनता को बदलाव चाहिए था, हो गया। माणिक सरकार 1998 से सीएम थे।
आप जब बीजेपी की इस जीत पर लेफ्ट और कांग्रेस को ज्ञान दे रहे थे तब कांग्रेस से भगोड़ा और बीजेपी के एक नेता जिनका नाम हेमंत बिस्वा है, वह देश के एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को बांग्लादेश, बंगाल या केरल भागने की सलाह या यूं कहें धमकी दे रहे थे। तब आपका वह लिबरल प्रोग्रेसिव ज्ञान कहां था सर? आप इस धमकी को मजाक में ले रहे हैं क्या?
20 साल आप एक निजी रिश्ते को नहीं चला पाते, दोस्ती नहीं निभा पाते उसने सरकार चलाई है। वह इस अपमान नहीं बल्कि लोकतांत्रिक देश में सम्मान का हकदार है। पर आपका ध्यान इसपर नहीं, मोदी जी के ट्वीट पर है।
सर आप तो इसपर भी जोक मार ले रहे हैं कि मेघालय में सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी कांग्रेस कैसे सरकार नहीं बना पाएगी। गोवा की तरह ऐसा हुआ तो लोकतंत्र की धज्जी उड़ेगी और आप जोक मार रहे हैं। गजब नहीं है ये?
4 साल में आपके गोल पोस्ट को चेंज होते सबने देख लिया है। मसला ये है कि बीजेपी के जाते ही आप फिर लेफ्ट-लिबरल दिखने लगेंगे और आज शाह और माधव को आधुनिक चाणक्य मानते-कहते उन्हें कल अछूत भी घोषित कर देंगे।
आपके तो मजे हैं सर और विचारधारा? उसका तो अंत हो गया न सर, आप भी तो उसके गवाह हैं। क्या कहा, कातिल हैं?