देश में फैली कोरोना महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा कोरोना प्रबंधन में की गई बदइंतज़ामी की वजह से आज राज्य में हजारों लोग अपनी जान खो बैठे हैं।
भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य में ऑक्सीजन और वैक्सीन की कमी होने की बात से इंकार कर चुके हो।
लेकिन सोशल मीडिया के जरिए कोरोना पीड़ितों के परिजन सच्चाई बयां करते हुए योगी सरकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं।
लोग उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इस कड़ी में अब भारतीय जनता पार्टी के नेता और बलिया से विधायक सुरेंद्र सिंह का नाम भी जुड़ गया है।
हमेशा योगी सरकार की तारीफों के पुल बांधने वाले भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि कोरोना महामारी में नौकरशाही के जरिए इस घातक बीमारी पर कंट्रोल करने का उनका प्रयोग पूरी तरह से असफल साबित हो रहा है।
उन्होंने कहा है कि राज्य में इसे व्यवस्था की कमी ही माना जा सकता है कि भाजपा के मंत्री और विधायक भी कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं।
उन्हें भी स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। मुझे इस बात का बहुत ही दुख हो रहा है कि उत्तर प्रदेश और भारत में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होते हुए पार्टी के मंत्री और विधायक इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमण से भारतीय जनता पार्टी के तीन नेताओं की मौत हो चुकी है।
जिसमें बरेली जिले के नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र से नेता केसर सिंह, लखनऊ पश्चिम के विधायक सुरेश कुमार श्रीवास्तव, औरैया सदर के विधायक रमेश चंद्र दिवाकर का नाम शुमार हैं।
कल बरेली के नवाबगंज विधानसभा से भाजपा नेता केसर सिंह की मौत के बाद उनके बेटे ने भी योगी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।