यूपी में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। राजधानी लखनऊ में हालात तो बेहद खराब हैं। सोमवार को पूरे उत्तर प्रदेश में जहां कोरोना के 13685 मामले सामने आए हैं तो वहीं मंगलवार को यह आंकड़ा बढ़कर 18021 हो गया है।

वहीं लखनऊ की बात करें तो मंगलवार को सभी पुराने रिकॉर्ड्स ध्वस्त करते हुए 5382 मामले सामने आए।

यूपी के किसी भी जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में ये आंकड़ा सर्वाधिक है। इन्हीं आंकड़ों को देखते हुए मोहनलालगंज से भाजपा सांसद कौशल किशोर ने पंचायत चुनाव की तारीखों को आगे बढ़ाने की मांग की है।

सांसद कौशल किशोर का कहना है कि फिलहाल जैसी परिस्थितियां बनती जा रही है, वैसे में चुनाव जरुरी नहीं बल्कि लोगों की जान बचाना जरुरी है।

उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग एवं यूपी राज्य निर्वाचन आयोग से अपील करते हुए कहा कि लखनउ में कोरोना बेहद तेजी से फैलता जा रहा है। इसी दौरान लखनऊ में पंचायतों के चुनाव भी हो रहे हैं।

चुनाव के दौरान प्रत्याशियों को प्रचार प्रसार के लिए निकलना पड़ता है। लोगों से मिलना पड़ता है और इस जनसंपर्क से कोरोना के फैलने का सबसे ज्यादा खतरा है।

ऐसे में निर्वाचन आयोग को तत्काल फैसला लेते हुए लखनऊ में पंचायतों के चुनाव की निर्धारित वोटिंग की तारीखों को कम से कम एक महीने के लिए आगे बढ़ा देना चाहिए क्योंकि चुनाव से ज्यादा जरुरी लोगों की जान बचाना है।

सांसद ने अपने लिखे पत्र में निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि लखनऊ में कोरोना नियंत्रण से बाहर है।

इलाके में कंई हजार परिवार ऐसे हैं जो कोरोना की चपेट में आकर बुरी तरह बर्बाद होते जा रहे हैं। श्मशानों में जाकर देखें तो लाशों के ढेर लगे हुए हैं।

भाजपा सांसद के इस ट्वीट पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं। योगेंद्र अवस्थी नामक एक यूजर ने लिखा कि लखनऊ में कोरोना की वजह से रोजाना 4 से 5 हजार लोग बीमार हो रहे हैं और कई लोग दम तोड़ रहे हैं। ऐेसे में यूपी में एक बार पुनः लॉकडाउन की जरुरत महसूस होने लगी है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here