मोदी सरकार में विकास सिर्फ कागज़ों पर ही संभव है इसका एक और उदाहरण सामने आया है। रेलवे अपनी नाकामियां छुपाने के लिए फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे हैं। ये बात भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) द्वारा भारतीय रेल का ऑडिट करने पर यह बात सामने आई है।
दरअसल, पिछले दिनों एक रिपोर्ट में बताया गया था कि मोदी सरकार के कार्यकाल में ट्रेनें पिछले कई सालों में सबसे ज़्यादा देरी से चल रही हैं। इसका कारण ये बताया गया था कि रेलवे में इस सरकार के कार्यकाल के दौरान ट्रेन हादसें बहुत ज़्यादा बढ़े हैं।
रेल ट्रेकों की मरम्मत में नाकाम सरकार इसलिए अब ट्रेनों की रफ़्तार कम कर रही है। लेकिन इस से ट्रेने बहुत ज़्यादा देरी से पहुँच रही है। इस से सरकार की काफी किरकिरी हुई रही है। इसलिए अब रेलवे अधिकारी कागज़ों पर ट्रेनों को तेज़ चलता दिखाना चाहते हैं। लेकिन अतिउत्साह में वो उन्होंने रेलवे की ट्रेनों को बुलेट ट्रेन से भी ज़्यादा तेज़ दिखा दिया।
कैग की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी कागजों पर 409 किलोमीटर की हाईस्पीड से ट्रेनें दौड़ा रहे हैं। यह बुलेट ट्रेन की स्पीड (320 किलोमीटर/प्रतिघंटा) से बहुत ज्यादा है।
इकॉनोमिक टाइम्स के मुताबिक अधिकारियों ने कागज पर इलाहाबाद से फतेहपुर के बीच 116 किलोमीटर का सफर मात्र 17 मिनट में दर्ज कराया है। यह सरासर गलत डाटा है, जिसे फीड किया जा रहा है और लेट लतीफ ट्रेनों को कागजों पर समय से पहुंची हुई ट्रेनें बताई जा रही हैं।
सीएजी ने जब यूपी के ट्रेनों के डाटा की ऑडिटिंग की तो पता चला कि प्रयाग राज एक्सप्रेस, जयपुर-इलाहाबाद एक्सप्रेस और नई दिल्ली-इलाहाबाद दुरंतो एक्सप्रेस के डाटा में कई खामियां हैं। सीएजी की रिपोर्ट ने इंटिग्रेटेड कोचिंग मैनेजमेंट सिस्टम (आईसीएमएस) की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े किए हैं।
आईसीएमएस ही देशभर की ट्रेनों के समय पर चलने की निगरानी और रेल संचालन का रियल टाइम डाटा फीड करता है। सीएजी रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2016-17 में प्रयाग राज एक्सप्रेस, जयपुर-इलाहाबाद एक्सप्रेस और नई दिल्ली-इलाहाबाद दुरंतो एक्सप्रेस क्रमश: कुल 354, 343 और 144 दिन चले।
तीनों ट्रेनों ने फतेहपुर और इलाहाबाद के बीच की 116 किलो मीटर की दूरी औसतन 53 मिनट से कम समय में पूरी की है वो भी एक दिन नहीं बल्कि क्रमश: 25, 29 और 31 दिन, जबकि रेलवे के अधिकारी कहते हैं कि 130 किलो मीटर प्रति घंटे की स्पीड की दर से इसे 53 मिनट में पूरा किया जाना चाहिए।