बीएड टीईटी अभ्यर्थियों के बाद अब बीपीएड अभ्यर्थियों ने भी योगी सरकार के ख़िलाफ मोर्चा खोल दिया। नियुक्ति की मांग को लेकर सैकड़ों बीपीएड अभ्यर्थियों ने लखनऊ में बीजेपी के प्रदेश कार्यालय के बाहर कपड़े उतारकर अर्धनग्न प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों ने जमकर योगी सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। अभ्यर्थियों ने योगी सरकार को निकम्मी सरकार की संज्ञा देते हुए कहा, ‘रोजी-रोटी दे न सके, वह सरकार निकम्मी है, जो सरकार निकम्मी है वह सरकार बदलनी है।’ ख़बरों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों की बढ़ती तादाद को देखते हुए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा। मौके पर पीएसी को भी तैनात किया गया है।

अभ्यर्थियों ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीतिक द्वेष के चलते योगी सरकार ने बीपीएड भर्ती की समीक्षा के नाम पर 23 मार्च 2017 को रोक लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे लोग भर्ती पर लगाई गई रोक हटाने के लिए कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। हर बार उन लोगों को आश्वासन देकर वापस कर दिया जाता है।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोर्ट ने भी सरकार को 28 दिनों के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था लेकिन सरकार ने अभी तक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की। ख़बरों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों की बढ़ती तादाद को देखते हुए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा।

बता दें कि 19 सितंबर 2016 को 32022 शारीरिक शिक्षक अनुदेशक की भर्ती करने का आदेश हुआ था। इसपर 20 अक्‍टूबर को ऑनलाइन आवेदन लिए गए जिसमें लगभग डेढ़ लाख अ‍भ्‍यर्थियों ने फॉर्म भरा था। 17 मार्च को काउंसिलिंग की समय सारिणी जारी हुई और चार अप्रैल को पहली, 17 अप्रैल को दूसरी काउंसिलिंग होनी थी। लेकिन 23 मार्च को प्रदेश में आई भाजपा सरकार ने समीक्षा करवाने की बात कहते हुए प्रक्रिया पर रोक लगवा दी।

तीन नवंबर 2017 को न्‍यायायल की सिंगल बेंच ने दो महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया। पांच फरवरी 2018 को न्‍यायालय की अवमानना के तहत सरकार को 28 दिनों के अंदर प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया, लेकिन सरकार ने कोई पालन नहीं किया।

Pic Courtesy: ANI

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