प्रधानमंत्री मोदी आज चेन्नई में डिफेंस एक्सपो में रक्षा प्रदर्शनी में हिस्सा लेने पहुचें है। इस दौरान तमिलनाडु हो रहे कावेरी नदी के मुद्दे को लेकर पीएम मोदी वापस जाओ कहकर काले झंडे दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी के चेन्नई पहुंचने के बाद ही प्रदर्शनकारियों ने जगह जगह पर इकट्ठा होकर नारे बाजी भी की। हालांकि पुलिस ने विरोध प्रदर्शन करने वालों को अपनी हिरासत में ले लिया है।
दरअसल कावेरी नदी को लेकर कर्नाटक 2 हजार वर्ग किलोमीटर और तमिलनाडु का 44 हजार वर्ग किलोमीटर का इलाका आता है। दोनों ही राज्यों का कहना है कि उन्हें सिंचाई के लिए पानी की जरूरत है। इसे लेकर दशकों से विवाद चल रहा है। इस विवाद के निपटारे के लिए जून 1990 में केंद्र सरकार ने कावेरी ट्राइब्यूनल बनाया था। सुप्रीम कोर्ट ने कावेरी नदी के जल के बंटवारे में तमिलनाडु के हिस्से का पानी घटा दिया और कर्नाटक का हिस्सा बढ़ा दिया था।
इसी मामले को राज्य सरकार का आरोप है केंद्र सरकार को कोर्ट से मिले आदेश के बाद कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) और कावेरी जल नियामक समिति (सीडब्ल्यूआरसी) अभी तक गठन नहीं हो पाया है। इस मामले 9 अप्रैल को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार को जल बंटवारे के फैसले को लागू करने के लिए योजना तैयार न कर पाने पर फटकार भी लगाते हुए आदेश दिए थे कि वो 3 मई तक इस फैसले को लागू करने के लिए योजना तैयार करे।