देश में कौन देशद्रोही है, कौन बाबर-औरंगजेब का वंशज, इसको तय करने का अधिकार भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं ने ले लिया है। देशद्रोही कौन है इसका निर्णय देश की न्यायपालिका करती रही है और इतिहास ने भी सदियों पहले बाबर-औरंगजेब को एक बार ही माना है। लेकिन यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में प्रचार के दौरान यादवों को ‘औरंगजेब’ बता डाला।
सीएम योगी ने कहा कि “प्रदेश की जनता पहले ही तय कर चुकी है कि प्रदेश के अंदर सुशासन चाहिए। प्रदेश के अंदर हमें विकास चाहिए, प्रदेश के अंदर हमें औरंगजेब का शासन नहीं चाहिए।”
ध्यान देने वाली बात यह है कि पहले बीजेपी के नेता मुसलमानों को ही बाबर और औरंगजेब कहते थे लेकिन इसमें अब यादव भी शामिल हो गए हैं।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनिल यादव ने योगी के बयान को लेकर उन्हें विश्वामित्र बताया। बता दें कि विश्वामित्र एक क्षत्रिय थे, उन्हें बाद में कड़ी तपस्या के बाद महर्षि (ब्राहमण) की उपाधि मिली। अनिल के ट्वीट का मतलब भी योगी को विश्वामित्र बताना है।
अनिल यादव ने अपने ट्वीट में कहा कि “बाबा! पिछली कई बार से हमे लागतार औरंगजेब कह रहे हो अगर हमने विश्वामित्र कह दिया तो समस्या हो जायेगी। सम्मान दो सम्मान लो की नीति में ही सब का हित है!”