मोदी सरकार अब पर्वावरण के लिए भी एक ख़तरा बनती जा रही है। कांग्रेस ने दावा किया है कि मोदी सरकार ने पांच सालों में पर्यावरण की रक्षा करने वाले एक करोड़ से ज़्यादा पेड़ कटवाए हैं।
कांग्रेस ने यह दावा पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो की ओर से लोकसभा में दिए एक लिखित जवाब के हवाले से किया है। दरअसल, लोकसभा में बाबुल सुप्रियो से पूछा गया था कि पिछले पांच सालों में विकास कार्यों के लिए कितने पेड़ काटे गए। जिसके जवाब में उन्होंने यह जानकारी दी।
कांग्रेस ने पेड़ काटे जाने को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने एक करोड़ से अधिक वृक्ष कटवा कर देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
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पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर के ज़रिए कहा, ‘‘पेड़ जीवन है। पेड़ ऑक्सीजन देते हैं। पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड सोखते हैं। पेड़ पर्यावरण के रक्षक हैं। परंतु मोदी सरकार ने 5 साल में 1,09,75,844 पेड़ कटवा डाले।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या मोदी सरकार भविष्य से खिलवाड़ कर रही है?’’
पेड़ जीवन है।
पेड़ ऑक्सीजन देते हैं।
पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड सोखते है।
पेड़ पर्यावरण के रक्षक हैं।मोदी सरकार ने 5 साल में 1,09,75,844 पेड़ काट डाले।(संसदीय जबाब ⬇️)
क्या मोदी सरकार भविष्य से खिलवाड़ कर रही है? pic.twitter.com/OLWpnfsccy
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 27, 2019
वहीं कांग्रेस की एक और नेता शमा मोहम्मद ने भी इस मामले को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “बीजेपी सरकार ने 5 सालों में 1 करोड़ से अधिक पेड़ काटे हैं। कोई हैरानी नहीं कि 2019 में ही, कई भारतीय शहर गर्मियों में पृथ्वी पर सबसे गर्म थे, और अब मॉनसून में विनाशकारी बाढ़ का सामना कर रहे हैं। बीजेपी भारत की पर्यावरणीय इको-सिस्टम को नष्ट कर रही है!”
The #BJP govt has cut more than 1 crore trees in 5 years.
No wonder then that in 2019 itself, several Indian cities were the hottest on Earth in summer, & now are facing devastating floods in monsoons.
BJP is destroying India's environmental eco-system!https://t.co/8FwY13Ioo4
— Shama Mohamed (@drshamamohd) July 27, 2019
बता दें कि शुक्रवार को लोकसभा में कुछ पूरक प्रश्नों के उत्तर में सुप्रियो ने कहा था कि विकास कार्यों के लिए एक पेड़ काटे जाने की स्थिति में उसके बदले कई पौधे लगाए जाते हैं। हालंकि अपने जवाब में बाबुल सुप्रियो ने यह नहीं बताया कि पेड़ काटे जाने के बदले कितने पौधे लगाए गए।