गोदी मीडिया के पत्रकारों का मतलब ही है सत्ता की गुलामी करना, तभी वो अपने हरेक कार्यक्रम में बीजेपी प्रवक्ता की तरह सरकार का पक्ष रखते दिखाई देते हैं। अब 2019 के लोकसभा चुनाव आने के साथ में गोदी मीडिया के पत्रकरों की मोदी सरकार में निष्ठा और बढ़ गई है। अब पार्टियों के आलावा टीवी चैलनों में भी जोड़-तोड़ की राजनीती दिखने लगी है।
न्यूज चैनल ‘न्यूज 18 इंडिया’ में अपने कार्यक्रम ‘आर पार’ के जरिए नफ़रत फ़ैलाने वाले एंकर अमीश देवगन के कार्यक्रम में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने जाने से मना कर दिया। इस कार्यक्रम में बीजेपी को बड़ा और विपक्षी पार्टियों को नीचा दिखाया जाता है। पवन खेड़ा ने अमीश देवगन के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा है, ‘इस तरह की जोड़-तोड़ की राजनीती और पत्रकारिता से कांग्रेस पार्टी अपने आपको अलग रखना चाहती है।’
अमीश देवगन हिंदू-मुस्लिम विषय पर डिबेट करवा कर बीजेपी के लिए माहौल बनाने का काम करते हैं! जिस कार्यक्रम का कांग्रेस प्रवक्ता ने बहिष्कार किया उसका विषय था ‘2019 के लिए देश जोड़ो VS देश तोड़ो सियासत’। अमीश ने एक कदम और आगे जाते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पक्ष में लिखते हुए ट्वीट किया, शाह के चुनावी मंत्र से विपक्ष को मात? इस कार्यक्रम में लगभग इसी तरह का भाजपा के लिए माहौल बनाया जाता है।
खेरा ने इस कार्यक्रम के बारे में आगे लिखा, ‘ऐसे राष्ट्र-विरोधी मुद्दों से किसी को अपनी राजनीती चमकानी हो या किसी को अपनी पत्रकारिता चमकानी होगी। इस राष्ट्र हित कत्तई नहीं है। मैं इस डिबेट का बहिष्कार करता हूँ।’
जिस तरह से गोदी मीडिया द्वारा पत्रकारिता को गर्त में धकेला जा रहा है उससे इस तरह के और बहिष्कार हों तो कोई हैरानी वाली बात नहीं होगी। गोदी मीडिया में सवाल सत्ता से होता है लेकिन जवाब गोदी मीडिया के पत्रकार देते हैं। इसीलिए गोदी मीडिया में पत्रकारों और प्रवक्ताओं के बीच का फर्क लगभग मिट चुका है।