उत्तर प्रदेश में बीजेपी के दलित सांसदों ने अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ बिगुल फूंक दिया है। सावित्री बाई फुले के बाद रॉबर्ट्सगंज से सांसद छोटेलाल खरवार ने यूपी की योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शिकायत की है।

पीएम मोदी को लिखे पत्र में बीजेपी सांसद ने लिखा है कि जिले के आला अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। इस मामले में मैंने 2 बार मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात की, लेकिन सीएम ने मुझे डांटकर भगा दिया। ज़मीन पर कब्जे को लेकर बीजेपी सांसद ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है।

बीजेपी के दलित सांसद ने आजतक से बातचीत में कहा कहा, ‘हां, मैं पार्टी से नाराज हूं। प्रधानमंत्री को लिखकर दिया है, क्योंकि मेरे खिलाफ साजिश की गई है। सपा-बसपा के साथ-साथ बीजेपी के लोगों ने मिलकर मेरे भाई को ब्लॉक प्रमुख के पद से हटवाया है, हमारे ऊपर हमले हुए हैं।’

छोटेलाल ने पीएम को लिखी चिट्ठी में 2 शिकायतें की हैं। पहली शिकायत में कहा है कि प्रदेश में जब अखिलेश सरकार थी, उस समय 2015 में नौगढ़ वन क्षेत्र में अवैध कब्जे की शिकायत मुख्यमंत्री समेत कई लोगों से की, लेकिन कार्रवाई की बजाय अधिकारियों ने मेरे घर को ही वन क्षेत्र में डाल दिया।

वहीं दूसरे मामले में सांसद ने लिखा कि अक्टूबर 2017 में मेरे भाई के खिलाफ सपा की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इसके बाद वोटिंग के दौरान असलहों से लैस अपराधी तत्व के लोगों ने मेरी कनपटी पर रिवॉल्वर तान दी, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर गाली दी। उस समय अधिकारी भी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

बता दें कि बहराइच से सांसद साध्वी सावित्री बाई फुले भी आरक्षम के मुद्दे को लेकर पार्टी से नाराज़ चल रही हैं। वह बीजेपी के नेताओं पर आरक्षण को लेकर कई गंभीर आरोप लगा चुकी हैं। उनका मानना है कि केंद्र सरकार की नीतियों के चलते पिछड़ा और दलित समाज खतरे में है।

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