योगी राज में दलितों और अल्पसंख्कों पर हर पल खतरा मंडराता रहता है। आलम ये हो चुका है कि सवर्ण समाज का एक बड़ा तबका किसी दलित पर दमन करने से पहले एक पल भी नहीं सोचता। राज्य में कानून व्यवस्था के चिथड़े उड़ चुके हैं। यही योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आया ‘रामराज’ है।

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में दो दलित युवकों को चोरी के आरोप में तीन युवकों ने छत से लटका कर पीटा है। इतना ही नहीं एक युवक का अंगूठा भी काट लिया गया है, जिस युवक का अंगूठा काटा गया वो पहले से ही दिव्यांग है। इस पिटाई की वीडियो देखकर लगता ही नहीं है कि ये किसी ऐसे देश किसी घटना है जहां लोकतंत्र और संविधान है।

दरअसल देवली गांव निवासी एक युवती का घर से कुछ दिन पहले पर्स चोरी हो गया था। इस शक में लड़की के भाई व थाना क्षेत्र के गांव ढाना निवासी कपिल ने इस घटना को अंजाम दिया। कपिल सवर्ण जाति से ताल्लुक रखता है जबकि अन्य दो आरोपित दलित हैं। आरोप है कि कपिल ने शनिवार दोपहर दिव्यांग अनिल और उसके पड़ोसी रोहित को बंधक बना लिया।

इस बर्बर घटना को अंजाम देने वाले तीनों युवकों का नाम कपिल, भरत और नूतन है। जिन दोनों दलित युवकों को पीटा गया है उनका नाम अनिल एवं रोहित है। आरोप है कि कपिल ने भरत व नूतन के साथ मिलकर दोनों दलित युवकों को पहले छत लटकाया और फिर डंडे से पीटना चालू किया। जब वो दर्द से चीखने लगे तो उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया गया।

इसके बाद भी जब दिव्यांग अनिल पिटाई के दर्द को बर्दाश्त न कर सका तो उसके दाए हाथ का अंगूठा काट दिया गया। देर शाम जब अनिल एवं रोहित घर नहीं पहुंचे तो उनके परिजनों ने पुलिस में अपहरण की शिकायत दर्ज करायी।

इस बीच मौके पर जुटे ग्रामीणों ने किसी तरह कपिल के मकान का दरवाजा खुलवाया तो अनिल एवं रोहित वहां बंधक बने मिले।

उन्होंने दोनों पीड़ितों को बंधनमुक्त कराया। इस बीच तीनों आरोपित मौके से फरार हो गए। घायल अनिल को परिजन द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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