प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल पर पिछले दिनों कई आरोप लगे थे। दरअसल, शौर्य डोभाल के ‘इंडिया फाउंडेशन’ में मोदी सरकार के मंत्रियों के शामिल होने और फाउंडेशन को देशी-विदेशी कंपनियों से लाभ पहुंचने का दावा किया गया था।

अब शौर्य डोभाल एक बार फिर से चर्चा में हैं। शौर्य डोभाल भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य हैं। अब ये कयास लगाया जा रहा है कि शौर्य डोभाल उत्तराखंड से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।

पिछले दिनों अजित डोभाल ने इशारों ही इशारों में विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा था। यानी अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी को बहुमत देने की बात कही थी!

1999 की अपनी कायरता न भूलें ‘डोभाल’ जब मजबूत अटल सरकार ने आतंकियों के आगे घुटने टेके थे

26 अक्टूबर को सरदार पटेल मेमोरियल लेक्चर में डोभाल ने कहा भारत को अगले 10 साल तक मजबूत, स्थायी और निर्णायक सरकार की जरूरत है। कमजोर गठबंधन देश के लिए बेहद नुकसान पहुंचाने वाला होगा।

डोभाल बोले- गठबंधन वाली सरकार नहीं चाहिए, ये राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं या BJP के सलाहकार?

अजीत डोभाल के बयान पर कई दिनों तक मीडिया और सोशल मीडिया में चर्चा हुआ। वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने ट्वीटर पर लिखा है कि...

अजित डोभाल महोदय,

क्या आप अपने बेटे शौर्य डोभाल की कंपनी/कंपनियों के पिछले और वर्तमान देसी-विदेशी पार्टनर और मैनेजमेंट में शामिल लोगों के नाम सार्वजनिक करेंगे? आप पर देश की सुरक्षा का जिम्मा है. हमें यकीन है कि ऐसा करने में आपको कोई दिक्कत नहीं होगी?

धन्यवाद,
एक भारतीय नागरिक

 

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