प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बाद अब ABVP के नेता पर भी फर्जी डिग्री रखने का आरोप लग रहा है। NSUI के छात्रों का दावा है कि अंकित बासोया की थ‌िरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी की मार्कशीट और प्रमाण पत्र फर्जी है।

अब सवाल उठता है कि NSUI को कैसे पता चला कि अंकित बासोया की मार्कशीट और प्रमाण पत्र फर्जी है?

इसके जवाब में NSUI का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव के दौरान ही उनकी तमिलनाडु की शाखा ने थ‌िरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी में जाकर अंकित बासोया की मार्कशीट और डिग्री के बारे में जानकारी मांगी। लेकिन विश्वविद्यालय ने जो जवाब दिया वो आश्चर्यजनक है।

NSUI के मुताबिक थ‌िरुवल्लुवर विश्वविद्यालय का कहना है कि अंकित बासोया की मार्कशीट और डिग्री फर्जी है। NSUI का दावा है कि अंकित ने गलत मार्कशीट देकर डीयू में एडमिशन ले लिया था।

NSUI के आरोप के बाद अंकित बासोया अपने वरिष्ठ नेताओं स्मृति ईरानी और पीएम नरेंद्र मोदी के समानांतर आ चुके हैं। स्मृति ईरानी और पीएम नरेंद्र मोदी पर फर्जी डिग्री के आरोप लगते रहते हैं।

सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि राष्ट्रीय संस्कृति का विकास इसे कहते हैं! वहीं सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने ट्विटर पर लिखा है कि ”डीयू में एबीवीपी से चुने गए नए छात्रसंघ अध्यक्ष जी तो पकड़े गए, इनकी डिग्री भी फ़र्ज़ी निकली। वैसे बड़े-बड़े पदों पर ऐसी ‘छोटी-मोटी’ धाँधलियाँ होती रहती हैं। भाजपा का तो उसूल है- जितना बड़ा नेता, उतनी फ़र्ज़ी डिग्री।”

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