उत्तर प्रदेश से महिला सुरक्षा के झूठे दावों की पोल खोलते हुये एक और दर्दनाक घटना सामने आयी है। बरेली की एक 18 वर्षीय दलित छात्रा के साथ 5 युवकों के गैंगरेप किया है।
छात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि 31 मई को वह अपने नाबालिग दोस्तों के साथ घूमने गई थी। तभी पांच युवकों ने दोस्तों के साथ मारपीट करते हुए गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।
छात्रा का आरोप है कि उसके और उसके दोस्तों के साथ आरोपियों ने जमकर मारपीट भी की। साथ ही पांच युवकों ने बारी-बारी से बलात्कार किया।
वारदात की जानकारी देने पर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने शनिवार को थाने पहुंचकर पुलिस से मामले की शिकायत की।
31 मई को इज्जत नगर थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाके में छात्रा स्कूटी से जा रही थी। तभी किसी नहर की पुलिया के पास मिले 5 लड़कों ने उसकी स्कूटी को रोक ली।
छात्रा और उसके नाबालिग दोस्त का आरोप है कि युवकों ने उनके साथ जमकर मारपीट की। छात्रा का आरोप है कि पांचों आरोपियों ने बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया।
छात्रा वारदात के बाद इतनी डरी सहमी थी कि अपने घरवालों से 5 दिनों तक कुछ नहीं बताया। घरवालों ने जब छात्रा को उदास परेशान देखने के बाद उससे परेशानी का कारण पूछा तब पीड़ित छात्रा ने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया।
जानकारी होने पर पीड़ित छात्रा अपने घरवालों के साथ शनिवार को बरेली के इज्जत नगर थाने पहुंची। वहां उसने युवकों की घिनौनी हरकत की शिकायत दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बरेली पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान ने बताया है कि पांचों आरोपी युवकों पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्दी ही उनका मैडिकल होने के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
उत्तरप्रदेश में लगातार महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध बढ़ते जा रहे हैं। पिछ्ले हफ्ते ही रायबरेली में 6 वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी।
आज बरेली की दलित युवती के साथ भी वही हो रहा है। सरकार ने अब तक किसी भी तरह की जिम्मेदारी या सांत्वना जाहिर नहीं की है।