उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी की जनसभाओं में खूब जन सैलाब देखने को मिल रहा है। अखिलेश यादव ने इस बार के विधानसभा चुनाव में कई क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन करने का फैसला लिया है।
इस कड़ी में आज राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ मिलकर अखिलेश यादव ने जनसभा को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर खूब तीखे प्रहार किए हैं।
बताया जाता है कि अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की इस जनसभा में इतने बड़े स्तर पर भीड़ पहुंची थी कि उत्साहित लोगों ने बैरिकेडिंग तक तोड़ दी।
जनसभा को संबोधित करने के लिए जब अखिलेश यादव और जयंत चौधरी मंच पर पहुंचे तो उन्हें देखने के लिए लोगों में भगदड़ मच गई।
इसी बीच खबर सामने आई है कि अखिलेश यादव जब जनसभा को संबोधित कर रहे थे। तो इस दौरान मेरठ में मोबाइल नेटवर्क बाधित हुआ है। जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी की इस जनसभा का यूट्यूब चैनल लाइव प्रसारण नहीं हो पा रहा था।
इस मामले में पूर्व आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर सवाल खड़े करते हुए मेरठ में अखिलेश यादव की रैली के दौरान नेटवर्क के बारिश होने पर जांच की मांग की है।
उन्होंने ट्वीट पर लिखा है कि मेरठ में नेटवर्क कैसे बाधित हुआ, जांच होनी चाहिए? मेरठ में जैसे ही अखिलेश यादव का भाषण शुरू हुआ, नैटवर्क गायब हो गया जिससे जो YouTube चैनल लाइव प्रसारण कर रहे थे, उनका लिंक टूट गया। इसे कहते हैं, सत्ता खोने का डर!
माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव प्रचार पर करोड़ों की तादाद में पैसे बहा रही हैं। लेकिन उनकी जनसभाओं में उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं जुट रही है। वहीं समाजवादी पार्टी की जनसभाओं में नजर आ रहे जनसैलाब को देखकर भाजपा में बौखलाहट नजर आ रही है। इसी वजह से अखिलेश यादव की रैली को रोकने की कोशिश की जा रही है।