एक तरफ फैसला देते हुए दिल्ली हाईकोर्ट आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को बड़ी राहत देती है, दूसरी तरफ कुछ मीडिया वाले इतनी जल्दबाजी करते हैं कि फैसले के ठीक उलट बताते हैं -दिल्ली हाईकोर्ट से आम आदमी पार्टी को झटका लगा है।
फैसले की खबर आते ही आज तक ने लिखा- ‘दिल्ली हाईकोर्ट से आप को झटका, 20 अयोग्य विधायकों की याचिका खारिज’
जब इस झूठ को सोशल मीडिया पर काउंटर किया जाने लगा तब अपनी बात से पलटते हुए लिख दिया- ‘दिल्ली हाईकोर्ट से आप के 20 विधायकों को बड़ी राहत, EC का फैसला पलटा’
सवाल उठता है कि मामला सिर्फ जल्दबाजी का है या फिर मीडिया ने पहले से तय कर लिया था कि उसे खबर क्या चलानी है ?
कहीं ऐसा तो नहीं है कि इनको भरोसा कुछ और था मगर हाईकोर्ट उस राह पर नहीं चला जिस राह पर मीडिया और चुनाव आयोग चल चुके हैं ?
इसी तरह की गलती ‘आज तक’ के अलावा टाइम्स नाउ और रिपब्लिक ने भी की।
रिपब्लिक टीवी ने लिखा- ‘AAP के MLAs अयोग्य घोषित’
टाइम्स नाउ ने तो बड़ी ग़लती करते हुए उस नेता की तस्वीर भी लगा दी जो अब AAP MLA नहीं है –