पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग करने वाले हार्दिक पटेल एक बार फिर से मैदान में है। वजह है- आरक्षण और किसानों की कर्जमाफ़ी की मांग। वो नौ दिनों से अनशन पर है।
हार्दिक का कहना है की वो धीरे धीरे प्रदेश के हर एक व्यक्ति में संपूर्ण लोक क्रांति की ज्वाला जलाएंगे, बुरी ताक़त को ध्वस्त करेंगे।
हार्दिक अनशन अपने घर पर कर रहे है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार से अहमदाबाद में अनशन की इजाजत नहीं मिली है।
हार्दिक ने सोशल मीडिया पर लिखा गुजरात की भाजपा सरकार ने मेरी हिम्मत को देखा नहीं है।मैं जितना दिन भूखा रहूंगा इतनी हिम्मत मेरी बढ़ेगी,मैं इतना भी कमजोर नहीं हूं कि जनता को उसका अधिकार दिलाने से पहले मैं मर जाऊं।
अधिकारों की लड़ाई लड़ता हूँ भगवान मुझे शक्ति दे रहा हैं। जनता का प्यार मिल रहा हैं।
गुजरात की भाजपा सरकार ने मेरी हिम्मत को देखा नहीं है।मैं जितना दिन भूखा रहूंगा इतनी हिम्मत मेरी बढ़ेगी,मैं इतना भी कमजोर नहीं हूं कि जनता को उसका अधिकार दिलाने से पहले मैं मर जाऊं।अधिकारों की लड़ाई लड़ता हूँ भगवान मुझे शक्ति दे रहा हैं।जनता का प्यार मिल रहा हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 3, 2018
हार्दिक को कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों का सहयोग भी मिल रहा है। गुजरात विधानसभा के प्रतिपक्ष धानानी ने भी हार्दिक से मुलाकात की जिसमें हार्दिक ने कांग्रेस से किसानों और आरक्षण के लिए सदन में प्रस्ताव लाने की मांग की है।
हार्दिक ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर दी और लिखा अनिश्चितकालिन उपवास आंदोलन के नौवें दिन गुजरात विधानसभा के विपक्षी नेता परेशभाई धानानी उपवास छावनी पर उपस्थित रहें।
अनिश्चितकालिन उपवास आंदोलन के नौवें दिन गुजरात विधानसभा के विपक्षी नेता परेशभाई धानानी उपवास छावनी पर उपस्थित रहें।आशा रखते है विधानसभा में किसान और आरक्षण की बात को लेकर कोंग्रेस पार्टी प्रस्ताव लाए,आपके प्रस्ताव का भाजपा सहयोग नहीं करेगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. pic.twitter.com/UxOfueiubV
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 2, 2018
पाटीदार नेता ने उम्मीद जताई और लिखा आशा रखते है विधानसभा में किसान और आरक्षण की बात को लेकर कोंग्रेस पार्टी प्रस्ताव लाए, आपके प्रस्ताव का भाजपा सहयोग नहीं करेगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।