करीब 200 किलोमीटर पैदल चलकर नासिक से मुंबई पहुंचे किसानों ने देश को सोचने पर मजबूर कर दिया है। किसान अन्नदाता है लेकिन मौजूदा सरकार ने उसे आंदोलन करने पर मजबूर कर दिया है।
मंदसौर से लेकर जन्तर-मन्तर तक किसानों की आवाज़ को अनसुना कर दिया गया। अब मुंबई में हजारों किसानों ने पड़ाव डाल लिया है।
सरकार सकते में है लेकिन किसानों से किए झूठे वादों पर जवाब नहीं दे रही है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार बेसुध चुनाव जीतने में लगी है।
गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने प्रधानमंत्री मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि, चौकीदार नीरव मोदी का ख्याल रखता हैै किसानों का क्यों नहीं ?
‘अरे मोदी जी महाराष्ट्र में किसान अपना सब कुछ छोड़कर महाराष्ट्र की भाजपा सरकार से अपना अधिकार माँगने के लिए 180 किलोमीटर चलकर आए हैं।क्या महाराष्ट्र की भाजपा उनको अधिकार देंगी !!! चोक़ीदार निरव मोदी और माल्या का ध्यान रखेंगे या फिर किसानों का भी ध्यान रखा जाएगा ?’
हार्दिक पटेल ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि,भारत में पिछले चार साल का इतिहास चुनावी जीत के साथ चुनावी झूठ का भी इतिहास है।
झूठ को एक ईवेंट की तरह जनता के सामने उतारा गया, मीडिया को लगाकर उसे सत्य के करीब बनाया गया और चुनाव समाप्त होते ही सब झूठ को वहीं छोड़ रवाना हो गए। नेता सत्ता ले गया और जनता झूठ के साथ वहीं की वहीं रह गई।
आपको बता दें कि, मुंबई में हजारों किसान आंदोलन कर रहे हैं। सरकार से कर्ज मांफ व फसल की सही कीमत मांग रहे हैं।