फेक न्यूज पर लगाम कसने के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के फैसले को पीएम मोदी ने वापस लेने को कहा है। पीएमओ ने मामले में दखल देते हुए सूचना प्रसारण मंत्रालय से कहा कि फेक न्यूज को लेकर जारी की गई प्रेस रिलीज को वापस लिया जाना चाहिए।

यह पूरा मसला प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया और प्रेस संगठनों पर छोड़ देना चाहिए। पीएमओ ने कहा कि ऐसे मामलों में सिर्फ प्रेस काउंसिल को ही सुनवाई का अधिकार है।

पीएम मोदी के इस फैसले पर पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने चुटकी ली है।

उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा, “मोदी जी ने कहा कि फेक न्यूज़ चलाने वाले पत्रकार की मान्यता रद्द करने का आदेश वापस लिया जाए, क्योंकि फेक न्यूज़ नहीं चलेगी तो मोदी जी कैसे चलेंगे”।


बता दें कि सोमवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि अगर कोई पत्रकार फर्जी खबरें करता हुआ या इनका दुष्प्रचार करते हुए पाया जाता है तो उसकी मान्यता स्थाई रूप से रद्द की जा सकती है।

मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा था कि पहली बार फेक न्यूज के प्रकाशन अथवा प्रसारण की पुष्टि होने पर पत्रकार की मान्यता छह महीने के लिए निलंबित कर दी जाएगी। दूसरी बार ऐसा होने पर यह कार्रवाई एक साल के लिए होगी। लेकिन तीसरी गलती पर मान्यता हमेशा के लिए रद्द कर दी जाएगी।

मंत्रालय ने कहा था, प्रिंट मीडिया से संबंधित फेक न्यूज की शिकायत को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से संबंधित शिकायत को न्यूज ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) को भेजा जाएगा।

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