इस समय बिहार के पांच जिले दंगे की आग में जल रहे हैं। यहाँ दंगे की शुरुआत भागलपुर से हुई जहाँ केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे और भाजपा नेता अर्जित शास्वत ने समर्थकों के साथ जुलुस निकला जिसके बाद इलाके में पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं। अब भागलपुर की आग औरंगाबाद, समस्तीपुर, मुंगेर और नालंदा तक पहुँच चुकी है। दंगे से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब से सत्ता संभाली है तब से ही विकास और देश को न्यू इंडिया बनाने की बात कर रहे हैं। अगर पीएम न्यू इंडिया बनाने की बात करते हैं, तो क्या उनके न्यू इंडिया में दंगे भी शामिल होंगे? यह सवाल इसीलिए भी उठता है क्योंकि बिहार सरकार में बीजेपी भागीदार है। इन पाँचों जिलों से दंगों की आ रही फोटो और वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि बीजेपी के कार्यकर्ता दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।

बता दें कि रामनवमी के बाद भागलपुर में भड़की हिंसा औरंगाबाद, समस्तीपुर, मुंगेर और नालंदा तक पहुँच गई है। दंगाई प्रशासन पर ही पथराव कर रहे हैं, वो ऐसा इसीलिए भी कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपनी पार्टी के नेताओं से समर्थन प्राप्त है। समस्तीपुर में पुलिस ने दंगे भड़काने के आरोप दो भाजपा नेताओं को गिरफ्तार किया है।

रामनवमी के दिन भागलपुर में अर्जित शास्वत द्वारा जुलुस निकालने को लेकर पुलिस ने उनपर FIR दर्ज की, मगर शास्वत ने सत्ता के नशे में FIR को ही फाड़ने की बात कह डाली। वहीं उनके पिता और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उनके बेटे ने कुछ गलत नहीं किया है इसीलिए ‘FIR की कॉपी को कूड़े के ढेर में फेंक देना चाहिए।”

ऐसे में जब प्रशासन के पास दंगे भड़काने को लेकर बीजेपी नेता के खिलाफ पुख्ता सबूत मौजूद हो ऐसे में खुद सांसद और केंद्रीय मंत्री यह कहता है कि उसके बेटे ने कोई गलत काम नहीं किया है। पीएम मोदी के न्यू इंडिया में जनता द्वारा चुने गए नेता ही उनको आग में धकेलने का काम कर रहे हैं तो ऐसे में पीएम का विकास और न्यू इंडिया समाज एवं देश के लिए खतरनाक साबित हो रहा है।

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