भारत ने अपने किसानों को नजरंदाज़ करके एक बार फिर से चीन से सामान आयात करने में जुट गया है। मध्यप्रदेश और राजस्थान के किसानों के लिए यह बुरी खबर है, क्योंकि चीन से पोस्ता (अफीम) आयात करने पर भारतीय मंडियों में किसानो को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

दरअसल, मोदी सरकार ने चीन से पोस्ता आयात करना शुरू कर दिया है। इसके बाद देश की सबसे बड़ी मंडी (पोस्ता मंडी) नीमच में पोस्ते के भाव 6 से 7 हज़ार रूपये गिर गए, जिसके कारण किसानों में भारी आक्रोश है।

पोस्तदाना नकद फसल है किसान मुश्किल समय में इसे बेचते हैं। केंद्र सरकार पहले टर्की से पोस्तदाना आयात करती थी, इसके बाद सरकार ने चीन से भी पोस्तदाना आयात शुरू कर दिया है।

जिसके चलते भारतीय मंडियों में पोस्त के भाव में भारी गिरावट आयी है। एक महीने में पोस्त के भाव सबसे निचले स्तर पर पहुँच गए हैं।

इस मामले पर राधेश्याम धनगर का कहना है कि ”भाजपा यूँ तो चीनी सामान का विरोध और शोर मचाती है। वहीं, मोदी सरकार के ऐसे फैसले से चीन को ही फ़ायदा पहुँचाया जा रहा है।”

किसानों का कहना है कि अभी तो केवल विदेश से पोस्ता आने की आहट के बाद दामों में भारी गिरावट आयी है। विदेशी पोस्ता भारतीय बाज़ारों में आने के बाद दाम में और गिरावट दर्ज होगी।

जनवरी में पोस्ते के दाम 56 से 60 हज़ार क्विंटल थे और आयात की खबर भर आने से इसके दाम घटकर 35 से 40 हज़ार क्विंटल रह गए हैं।

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