भारतीय मुद्रा यानी रुपये का कमजोर होना जारी है। बुधवार यानी 3 सितंबर 2018 को रुपया अबतक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। एक डॉलर की कीमत 73 रुपये 32 पैसे हो गई है। ऐसा पहली बार हुआ है कि रुपये की कीमत 73 के पार गई हो।
ये रुपये के लुढ़कने का नया इतिहास है। लेकिन अफसोस ये रिकॉर्ड भी जल्द टूटने वाला है। जल्द ही रुपया 74 तक जाने वाला है। इस वक्त रुपया पूरे एशिया में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली करंसी बन चुका है।
वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ब्लूमबर्ग के हवाले से लिखते हैं कि भारत के रुपये का भाव इस साल 12 प्रतिशत गिर गया है। 2013 में कभी एक डॉलर 72 के पार नहीं गया लेकिन उस वक्त अक्तूबर से दिसंबर के बीच 13 प्रतिशत गिरा था।
यहां तो 12 प्रतिशत में ही 72 के पार चला गया। भारतीय स्टाक बाज़ार और बान्ड से साल भर के भीतर विदेशी निवेशकों ने 900 करोड़ डॉलर निकाल लिए हैं।
PM मोदी अब न तो पेट्रोल पर बोलते हैं, न रुपये पर बोलते हैं और न रोज़गार पर बोलते हैं, क्यों? : रवीश कुमार
रुपये के लगातार कमजोर होने को लेकर विपक्ष ने सवाल पूछना शुरू कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी पर तंज सकते हुए ट्वीट किया है कि ‘मोदी जी को अब गिरते रुपये से कोई लेना देना नहीं है, मोदी जी को महंगे तेल से कोई लेना देना नहीं है, मोदी जी को किसानों के संघर्ष से कोई लेना देना नहीं है। जनता को ठग कर, मोदी जी सिर्फ सत्ता सुख चाहते थे। उनके अच्छे दिन, जनता के बुरे दिन! उलटी गिनती शुरु हो गई है।’
मोदी जी को अब गिरते रुपये से कोई लेना देना नहीं है,
मोदी जी को महंगे तेल से कोई लेना देना नहीं है,
मोदी जी को किसानों के संघर्ष से कोई लेना देना नहीं है,जनता को ठग कर,
मोदी जी सिर्फ सत्ता सुख चाहते थे।उनके अच्छे दिन,
जनता के बुरे दिन!उलटी गिनती शुरु हो गई है! #RupeeAt73 pic.twitter.com/B7kAsmplJO
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 3, 2018
आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पाण्डेय ने अपने ट्वीट में लिखा है ‘रुपया चढ़ा तिहत्तर पार, चुप क्यों हो मोदी सरकार?’
जब एक अर्थशास्त्री को हटाकर ‘फर्जी डिग्री’ वाले को देश सौपेंगे तो रुपया भी गिरेगा और देश का मान भी : अलका
रुपया चढ़ा तिहत्तर पार,
चुप क्यों हो मोदी सरकार?
₹😢#RupeeAt73— Dilip K. Pandey (@dilipkpandey) October 3, 2018
सुना है प्रधानमंत्री की गरिमा थोड़ी और गिर गयी है।
1$ = ₹73.36अब तक के सबसे निचले पायदान पर!!
— Anil Yadav (@anil100y) October 3, 2018
मोदी सरकार के तमाम मंत्री आज मौन है। लेकिन एक वक्त था जब विपक्ष में रहते मौजूदा विदेश मंत्री हुए सुषमा स्वराज कहती थी ‘जैसे जैसे रुपया गिरता है, वैसे वैसे देश की प्रतिष्ठा गिरती है’
‘रुपया-पेट्रोल-डीज़ल सरकार के हाथ से निकल गए, अब कहीं ‘विकास के पापा’ अपना झोला लेकर बाहर न निकल जाएं’
29.8.2013 को सुषमा स्वराज ने ये बात संसद में भाषण देते हुए कहा था। उस वक्त डॉलर के मुकाबले रुपया 68.89 हो गया था। आज रुपया 73.32 पहुंच गया है लेकिन सुषमा स्वराज कुछ नहीं बोल रही हैं।