‘मेरे बेकसूर बेटे को पुलिस ने अपनी गोली का निशाना बनाया, वह पिछले आठ महीनों से बिस्तर पर पड़ा है। हमारा परिवार आर्थिक तंगी की वजह से मुश्किल दौर से ग़ुज़र रहा है, लेकिन सरकार को हमारी कोई फ़िक्र नहीं।

जब हम मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाने जाते हैं तो हमें धक्के देकर भगा दिया जाता है’। यह कहना है यूपी पुलिस के फ़र्जी एनकाउंटर का शिकार हुए जितेंद्र यादव के पिता नेपाल यादव का।

नेपाल यादव ने बोलता हिंदुस्तान के संवाददाता आदिल वसीम से बातचीत के दौरान कहा कि घटना के बाद जब उनके बेटे को अस्पताल में भर्ती किया गया था तो उस वक्त सत्ताधारी दल के कई बड़े नेता उससे मिलने अस्पताल पहुंचे थे।

योगी की पुलिस की गोली का निशाना बने जितेंद्र यादव ने पूछा- मुझे सरकार ने मुआवज़ा क्यों नहीं दिया

उन्होंने उस वक्त मेरे बेटे को इंसाफ़ दिलाने और उसकी आर्थिक मदद करने का वादा भी किया था। लेकिन किसी ने वादा पूरा नहीं किया। हद तो यह है कि अब कोई हमारी गुहार सुनने को भी तैयार नहीं।

उन्होंने बताया, ‘अभी हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा आए हुए थे। मैं उनसे मिलने उनके कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा था, लेकिन वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने मुझे मुख्यमंत्री से मिलने से रोक दिया। जब मैंने मुख्यमंत्री से मिलने की ज़िद की तो कार्यकर्ताओं ने मुझे धक्के देकर वहां से भगा दिया’।

बता दें कि नोएडा के परथला गांव के रहने वाले बॉडी बिल्डर जितेंद्र यादव को इसी साल फरवरी में पुलिस ने एनकाउंटर के नाम पर अपना निशाना बनाया था। जो बाद में फर्जी साबित हुआ।

CM खुद के अपराधिक रिकॉर्ड हटा देता है और दूसरों को अपराधी बताकर मरवा देता है, यही योगीराज है: पुण्य प्रसून

4 फरवरी की रात को जितेंद्र अपनी बहन की सगाई से लौट रहे थें तभी कथित तौर पर नशे में धुत सब-इंस्पेक्टर विजय दर्शन शर्मा ने उन्हें रोक लिया और थोड़ी सी कहासुनी होने पर उनपर गोली चला दी थी।

एनकाउंटर वाली रात को याद करते हुए जितेंद्र यादव कहते हैं, ‘मैं अपने दोस्तों के साथ शादी से लौट रहा था कि तभी पुलिस ने मेरी गाड़ी को रोक लिया और कहा कि योगी जी का सख़्त आदेश है कि रात 2 बजे के बाद 2 से ज़्यादा लोग एक जगह पर खड़े नहीं हो सकते, क्या तुम्हें यह कानून नहीं पता।

जब मैंने कहा कि मुझे यह कानून नहीं पता तो सब-इंस्पेक्टर विजय दर्शन शर्मा ने मुझपर तामाचा जड़ दिया और मुझे जीप में बैठा लिया’।

जितेंद्र आगे बताते हैं, ‘जब मैंने दर्शन शर्मा से कहा कि वह मुझे थाने ले चले तो उसने वहीं पर फ़ैसला करने की बात कही और थोड़ी सी कहासुनी के बाद उसने पिस्तौल निकाल कर मुझपर गोली चला दी। जिसके बाद मैं बेहोश हो गए और 4 दिनों बाद फॉर्टिस अस्पलात में होश आया’।

लगेगी आग तो आएंगे ‘तिवारी’ के भी घर ज़द में, यहाँ पे सिर्फ़ ‘दलितों और मुसलमानों’ का मकान थोड़ी है!

जितेंद्र ने बताया कि वह तब से बेड पर पड़े हैं, वह अपने से न तो उठ पाते हैं और न ही बैठ पाते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी वजह से पूरे परिवार को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। उनके इलाज में अच्छे खासे पैसे ख़र्च होते हैं जो वह अपनी जेब से कर रहे हैं। उनका परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है लेकिन सरकार उनके इलाज के लिए भी कोई मदद नहीं कर रही।

जब जितेंद्र से सरकार द्वारा विवके तिवारी की पत्नी को आर्थिक मदद दिए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सरकार ने तिवारी की पत्नी को 3 दिनों में ही मदद पहुंचा दी।

लेकिन सरकार ने 8 महीने बीत जाने के बाद भी मेरी सुध सिर्फ इसलिए नहीं ली क्योंकि मेरे नाम के आगे तिवारी नहीं यादव है। बता दें कि हाल ही में लखनऊ में एपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

जब तक चुनाव ‘शमशान-कब्रिस्तान’ पर लड़े जायेंगे तब तक ‘तिवारी और खान’ शहीद होते रहेंगे

पुलिस की इस क्रूरतम हरकत के बाद योगी सरकार को जमकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। आरोप लगाए गए कि योगी राज में पुलिस बेगुनाहों को अपनी गोली का निशाना बना रही है। जब इसपर हंगामा बढ़ा तो मामले को शांत करने के लिए ख़ुद सीएम योगी तिवारी की पत्नी से मिलने पहुंचे और आर्थिक मदद के साथ ही नौकरी और मकान देने की घोषणा कर दी।

जितेंद्र से जब सरकार के इस दोहरे रवैये के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आपके सामने है दोनों मामले आप ख़ुद अंदाज़ा लगा सकते हैं कि क्या चल रहा है।

1 COMMENT

  1. Bhai Age Cm sahab yogi bnkr Kam krte to jrur sbki mdad krte or ab Cm sahab yogi ji bhi Ajay Singh BN kr Kam kr rhe hai yogi ji ache to isase phle the jb vh Gorakhpur ke sansad the km se km sbki bat to ache trike se Sunte the

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here