मॉब लिंचिंग के बाद अब मुसलमानों को डराने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। जिसका उदाहरण हरियाणा के एक गांव की पंचायत में देखने को मिला है।

पंचायत में मुस्लिमों को कहा गया कि वह हिन्दू नाम रखे, खुले में नमाज़ न पढ़ें, उनके धर्म की पहचान होने वाले निशान- जैसे की बड़ी दाड़ी, टोपी हटा दें।

इस घटना पर आधारित छपी खबर को ट्विटर पर साझा करते हुए पत्रकार पूनम पांडे ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। पूनम ने लिखा है कि, इस रिपोर्ट के आधार पर- मॉब लिंचिंग से बचने के लिए मुसलमानों को हिंदू नाम रखने के लिए कहा गया है।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूनम ने यह भी लिखा कि, यह घटना हरियाणा की है और हरियाणा में बीजेपी की सरकार है। और बीजेपी आरएसएस की सहयोगी संगठन है।

रोहतक के एक गांव में पंचायत ने यह फरमान जारी किया जहां मौके पर पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। टिटोली गांव में 22 अगस्त को एक बछड़े को मारने के आरोप में मुस्लिम परिवार पर हमला हुआ था जिसके बाद पंचायत ने यह निर्णय लिया है ।

बता दें की हरियाणा में धार्मिक आज़ादी का यह मुद्दा पहली बार नहीं हुआ हैं। हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मई में कहा था कि, मुस्लिम नमाज़ सिर्फ मस्जिद में अदा करें, न की सार्वजनिक स्थानों पर। इससे पहले खट्टर ने यह भी कहा था कि, लोकतंत्र में स्वतंत्रता है पर उन स्वतंत्रताओं की एक सीमा हैं।

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