न्यायपालिका मोदी सरकार से पूरी तरह खफा नज़र आ रही है। जस्टिस चेल्मेश्वर के बाद अब सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज जोसेफ कुरियन ने कहा है कि वो भी सेवानिवृत्ति के बाद सरकार की ओर से कोई पद नहीं लेंगे।
बता दें, कि दो दिन पहले हारवर्ड क्लब इंडिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बात करते हुए जस्टिस चेलेमेश्वर ने कहा था कि वो सेवानिवृत्ति के बाद सरकार की ओर से कोई भी पद नहीं स्वीकार करेंगे।
गौरतलब है कि ये दोनों जज जनवरी में हुई प्रेस कॉन्फ्रेस में शामिल थे। जस्टिस चेलमेश्वर ने तीन अन्य न्यायधीशों के साथ 12 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेस कर न्यायपालिका में सब कुछ सही न चलने का सवाल उठाया था। ये भारत के इतिहास में पहली बार था जब सुप्रीम कोर्ट के जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेस की हो।
जस्टिस कुरियन ने ये बात केरला मीडिया एकेडेमी के छात्रों से बात करते हुए कही। कुरियन ने कहा कि न्यायपालिका और मीडिया लोकतंत्र के वॉचडॉग (निगरानी या रक्षा करने वाले) हैं। इन्हें हमेशा बोलकर अपनी भूमिका निभाते रहनी चाहिए। अगर आवाज़ न सुनी जाए तो समय आने पर काट भी लेना चाहिए।