पूरे देश में दीपोत्सव ( Diwali) की तैयारियां जोरों पर चल रही है। 3 नवंबर यानि आज के दिन उत्तर प्रदेश में दिवाली के दिन भी दो रंग देखने को मिले।

सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी अयोध्या नगरी में दीए जलाने का रिकॉर्ड बनाने को बेताब दिखी

वहीं विपक्ष समाजवादी पार्टी ( Samajwadi Party ) सहित सुभासपा लखीमपुर ( Lakhimpur) के किसानों की स्मृति में दीप जलाती हुई नजर आई।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हर महीनें की 3 तारीख को लखीमपुर के किसानों की याद में किसान स्मृति दिवस मनाने का फैसला किया है।

पूरे उत्तर प्रदेश में सपा कार्यकर्ताओं सहित तमाम विपक्षी दलों के नेताओं से इस किसान स्मृति दिवस में जुड़ने की बात भी कही गई है।

बीते 3 अक्टूबर को लखीमपुर के तिकुनिया इलाके में भाजपा के केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने अपनी निजी कार से किसानों को कुचलकर मार दिया था।

इस मामले में चौतरफा भाजपा घिर चुकी है। विपक्ष हमलावर है इस घटना से प्रदेश नहीं बल्कि पूरे देश के किसान नाराज हैं।

हालांकि मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा जेल में है लेकिन केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से ना हटाए जाने पर किसान गुस्से में है।

इस दिवाली लखीमपुर के उन किसानों के घर मातम पसरा होगा। जो सिर्फ विरोध प्रदर्शन कर के लौट रहे थे। मंत्री के बेटे ने सत्ता के नशे में आकर पीछे से आकर कुचलकर मार डाला।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसानों के परिवार की पीड़ा में शामिल होने की कोशिश की है। इसलिए उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को दिवाली के साथ साथ किसानों के लिए एक दीप जलाने की अपील भी की।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी इस मुहिम में शामिल हुए। उन्होंने एक दीप लखीमपुर के किसानों की याद में जलाकर उन्हें याद किया।

आपको बता दें कि लखीमपुर के किसानों की याद में सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड चलाए गए। लखीमपुर
किसान स्मृति दिवस ट्रे़ड हुआ।

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