राजद से राज्यसभा सांसद और लालू प्रसाद यादव की बेटी डॉ. मीसा भारती ने ट्वीट किया है कि ‘एक लीडर और एक मास-लीडर के बीच का फर्क कल एक बार फिर देखने को मिला। राँची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस कल रात जिन स्टेशनों पर रूकी वहाँ प्लेटफॉर्मों पर तिल रखने की जगह भी बची नहीं थी।

दरअसल बुधवार को लालू यादव राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से रांची से दिल्ली के लिए रवाना हुए। लालू यादव दिल्ली एम्स में इलाज कराने आए हैं। रांची से दिल्ली के बीच राजधानी एक्सप्रेस 6 स्टेशनों पर रूकती है। और सोशल मीडिया पर ऐसा दावा किया जा रहा है कि इन सभी स्टेशनों पर लालू यादव के स्वागत के लिए भारी खड़ी थी। साक्ष्य के तौर पर कई तस्वीरें भी सामने आ रही हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी एक्सप्रेस रात 11 बजकर 20 मिनट पर गया जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पहुंची। जैसे ही ट्रेन रुकी तो लालू यादव खुद गेट के पास पहुंचे और सभी को हाथ जोड़कर अभिवादन किया। फेसबुक पर समाजिक कार्यकर्ता संजय यादव ने लिखा है कि…

”रात्रि के 12 बजने वाले है। राजधानी एक्सप्रेस गया जंक्शन की ओर बढ रही है। जिन जिन को पता चल रहा है की लालू जी आ रहे है। वो अपना काम छोडकर गया जंक्शन की ओर बढ रहे है। मात्र 3 मिनट के लिए, सिर्फ दीदार करने के लिए हजारो हजार की संख्या मे लोग गया जंक्शन भर गया।

किसी के हाथ में मिठाई तो किसी के हाथ में भूजा, तो किसी के हाथ में सत्तू, कोई चूरा, तो कोई सनपापरी देने के लिए आतूर है। इसी का नाम तो लालू है। फिर जैसे ही गेट पर आते हैं युवाओं के आखों मे आसू आ जा रहा है। फिर भी पूरा गया स्टेशन डोलने लगता है।

जेल का फाटक टूटेगा, शेर हमारा छूटेगा, जब तक सूरज चाद रहेगा लालू तेरा नाम रहेगा, लालू यादव जिदाबाद के नारों से गया स्टेशन गुंजायमान हो जाता है, लालू जी सफेद टिसट पहने हुए, गमछे लपेटे हुए, लोगों को दोनों हाथ जोडकर अभिवादन करते है, फिर अंदर जाते है।

जब तक गया स्टेशन से ट्रेन खुल नही जाती, लोग जिदाबाद के नारे लगाते रहते है। ये ही लालू जी की असली कमाई जिससे कुछ लोगों को जलन होती है। लालू जैसा गुदडी और गरीबों का मसीहा इस धरती पर फिर कभी जन्म लेगा।”

बता दें कि आज सुबह लालू यादव दिल्ली पहुंचे। लालू यादव के दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उतरते ही हजारों की भीड़ उन्हें देखने पहुंच गई। स्टेशन पर मौजूद जनता और कूली सब मिलकर लालू जिंदाबाद के नारे लगाने लगे।

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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते हुए लालू यादव की एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस वीडियो को बनाया है समाजिक कार्यकर्ता संजय यादव ने। उन्होंने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है कि…

”यह है एक जननेता की जीवन भर की कमाई हुई पूँजी। जब ग़रीबों के लिए लड़ने वाला नेता देश की राजधानी में रेल से उतरता है तो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर केंद्र सरकार के कर्मचारी, जी हाँ! स्टेशन पर मौजूद सभी कूली अपने देवनहार के समर्थन में ज़िंदाबाद के गगनभेदी नारे लगाते है।

यह दुर्लभ सौभाग्य भारतीय राजनीति में लालू प्रसाद के सिवाय किसी और को प्राप्त नहीं है। जहाँ एक अधिनायक मोदी के नीचे काम करने वाले केंद्रीय रेलवे कर्मचारी उस दक्षिणपंथी अधिनायक के रेसकोर्स रोड अवस्थित प्रधानमंत्री आवास से चंद क़दम दूर उसकी 56 इंची छाती पर चढ़कर उसके सबसे कट्टर विरोधी लालू प्रसाद के समर्थन में नारे लगाते है।

यही तो है लालू का असली भ्रष्टाचार। जिसके पक्ष में रेलवे स्टेशन पर मौजूद हर न्यायप्रिय व्यक्ति नारे लगाता है और बिन बुलाए हज़ारों की संख्या में देश की राजधानी दिल्ली में स्वतः एकत्रित हो जाते है।

आज़ादी के 58 साल बाद भी देश के लाखों ग़रीब परिवारों से आने वाले कुलियों को रेलमंत्री रहते लालू ने एक झटके में ग्रुप-डी में बहाल कर सरकारी कर्मचारी बना दिया था। ग़रीब हित का यह काम ग़रीब का बेटा लालू ही कर सकता था।

कुल्हड़ लागू कर लाखों कुम्हारों को रोज़गार दिलाया।

नीम की दातुन उपलब्ध करवा रोज़गार सृजन किया।

ग़रीब रथ चलवा सामान्य टिकट पर ग़रीबों को ए॰सी॰ में बैठाया।

इसलिए मैं हमेशा कहता हूँ गरीब कभी अहसानफ़रामोश नहीं होता। आज के दौर में बड़े से बड़ा अफ़सर नौकरी जाने के डर से विपक्षियों से बात करने में भी डरता है वहीं आज इन गरीब स्वाभिमानी कुलियों को लालू जी के साथ खड़े देखकर सुकून और लड़ने का हौसला मिला। अगर आप अब भी सोचते है लालू भ्रष्टाचार के कारण जेल में है तो और कुछ नहीं कहना।  

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