चारा घोटाले के एक और मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को सजा का एलान हो सकता है। सीबीआई कोर्ट में बहस पूरी हो चुकी है।

लालू प्रसाद यादव को देश की राजनीति में एक अलग मुकाम मिला हुआ है। राजनीति में एक ऐसी शख्सियत जिसको बेेबाक कहा गया। जिसको अपने तीखे सवालों के लिए जाना गया।

राजद प्रमुख लालू यादव ने हमेशा गरीबों-वंचितों और पिछड़ों की आवाज़ को उठाया। भाजपा और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के मंसूबों को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया।

फिर चाहे 1992 का रथ ही क्यों ना हो ?  या चाहे लोकसभा में तमाम सवाल-जवाब लालू की बेबाकी हर जगह एक मजबूत आवाज़ बनी है।

मीडिया शिक्षक व वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने लिखा कि, जब भी भारत में उन नेताओं के नामों की लिस्ट बनेगी, जिनके पास रीढ़ की हड्डी थी और जिन्होंने RSS के आगे लेट जाने से मना किया, तो लालू प्रसाद का नाम सबसे ऊपर होगा.

तो बाबूजी, इसकी तो कीमत होती है. चुकानी पड़ेगी।

कुछ तरह की बातें आज बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी बोलीं- तेजस्वी बोले- मुझे गर्व है कि मैं शेर का बेटा हूँ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here